वाराणसी। बीएचयू के एक छात्र से अप्राकृतिक दुष्कर्म के आरोपित जूनियर लैब अटेंडेंट दीपक शर्मा को लंका पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। इसके पूर्व कुलपति प्रो.जीसी त्रिपाठी ने कर्मचारी को छात्रो के बवाल के बाद मंगलवार की देर शाम निलंबित कर दिया था। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए गठित कमेटी से 3 सितंबर तक रिपोर्ट भी मांगी है।यह घटना बीते 13 अगस्त रात की है। आरोप है कि एमए हिन्दी प्रथम वर्ष के छात्र को विवि कैम्पस से कार में अगवा कर कर्मचारी दीपक व चार अन्य लोगों ने शराब पिलाई और फिर दुष्कर्म किया। पीड़ित छात्र की तहरीर पर लंका पुलिस कुछ लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 377 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर मामले की जांच कर रही थी। जांच के दौरान पुलिस को ज्ञात हुआ कि उक्त मामले में लैब असिस्टेंट दीपक शर्मा शामिल है। इसकी जानकारी बीएचयू प्रशासन को दी गयी। मामले की गंभीरता को देखते हुए बीएचयू प्रशासन ने तत्काल आरोपी को पद से बर्खास्त कर दिया और उसे लंका पुलिस को सुपुर्द कर दिया। इस मामले की जांच के लिए बीएचयू ने जांच समिति गठित की है जिसमें प्रो. जयप्रकाश ओझा के साथ कला संकाय के प्रो. एचएन प्रसाद और विधि संकाय के डॉ. आर के मुरली शामिल हैं।