कुशीनगर । साल 2008 में हुए कुशीनगर के यूएनपीजी छात्रसंघ के अध्यक्ष कृष्णा साहा हत्याकांड के चार आरोपियों को मंगलवार को जिला न्यायाधीश ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई। छात्र संघ अध्यक्ष की रात को एक दावत से घर लौटते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के दूसरे दिन सड़क पर उतरे छात्रों ने जमकर विरोध प्रदर्षन किया था।
हत्या व हत्या की साजिष रचने में पुलिस ने छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष रितिक सिंह समेत विनोद सिंह, नीरज तिवारी, सोनू तिवारी व विन्नू सिंह को आरोप पत्र दायर किया था। न्यायालय ने एक आरोपी विन्नू सिंह को संदेह का लाभ देकर बरी कर दिया। 14 अप्रैल 2008 को छात्रसंघ अध्यक्ष धर्मपुर गांव से दावत खाकर एन एच के रास्ते पड़रौना स्थित आवास जा रहे थे।
आरोपियों ने पड़रौना के पूर्व रास्ते में गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपी जमानत पर रिहा थे। जिला व सत्र न्यायाधीष ने षासकीय अधिवक्ता व आरोपियों के अधिवक्ता का पक्ष सुनने के बाद सभी सबूत आरोपियों के खिलाफ पाएं और आजीवन कारावास की सजा मुर्करर की। सजा के ऐलान के साथ ही पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया।