राजधानी लखनऊ के लोग शनिवार को मई महीने की अब तक की सबसे गर्म दोपहर में तपे। पारे की तेजी ने पिछले करीब 12 सालों के रिकॉर्ड को टक्कर दी और तपन और लू के थपेड़ों संग पारा 45 डिग्री सेल्सियस के करीब तक जा पहुंचा। दोपहर में सड़कों पर निकले शहरी सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक 44.8 डिग्री पारे में तपते रहे, ये पिछले 24 घंटों में 1.4 डिग्री अधिक रहा। मौसम विज्ञानियों ने अभी दो दिनों तक ऐसी ही गर्मी के आसार जताए हैं।
2005 से अब तक मई के महीने में तापमान में आए उतार-चढ़ाव की गणना करने पर पता चलता है कि पिछले 12 सालों में यह पहला मौका है जब पारा 44.8 डिग्री सेल्सियस हुआ।
वहीं दिन का न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम 25.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। अधिकतम और न्यूनतम पारे के बीच लगभग 20 डिग्री के अंतर ने दोपहर खूब तपाई। सड़कों पर राहगीर तमाम जतन करने के बाद लू और ऊपर से बरसती आग से तपते रहे।
आंचलिक मौसम विज्ञान के निदेशक जेपी गुप्त का कहना है कि आसमान साफ होने और उत्तर-पश्चिम से आ रही गर्म हवाओं के चलते पारा अधिक दर्ज हो रहा है। प्रदेश में कुछेक स्थानों पर हीट वेव्स कंडीशन एक्टिव होने के चलते अधिकतम पारा और भी अधिक दर्ज हो सकता है, लू चलेगी। दो-तीन दिन बाद पश्चिमी विक्षोभ के चलते होने वाली मौसमी उठापटक से गर्मी से मामूली राहत मिल सकती है। राजधानी के आसपास के कुछेक इलाकों में बादलों की आवाजाही-बूंदाबांदी, अंधड़ की संभावना है।’
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