लखनऊ। स्मार्ट सिटी फास्ट ट्रैक राउंड में प्रथम स्थान हासिल करने वाला लखनऊ अब स्मार्ट होने के लिए पूरी तरह से तैयार है। एसपीवी का गठन होने के बाद से इस ओर कार्य भी शुुरु हो गया है। जहां प्रथम चरण में कैसरबाग और आस-पास के क्षेत्र के लिए कार्य होगा। नगर निगम की ओर से यह कार्य किसी ऐसी एजेंसी को दिया जाना है जो स्मार्ट सिटी को लेकर पहले भी कार्य कर चुकी हो। विभाग की ओर से टेण्डर डाक्यूमेंट एवं टेण्डर सूचना जारी की गई है। जिसमें बिडिंग करने के लिए अन्य एजेन्सियों से आमंत्रण पत्र स्वीकार किया जायेगा। सर्वे में कैसरबाग क्षेत्र की सड़कों, क्रासिंग, जलभराव, फुटपाथ आदि का सर्वे कराया जायेगा जहां पर स्मार्ट सिटी से संबंधी टेक्निकल चीजों पर बारीक नजर रखी जाएगी। इस कार्य में लगभग 10 लाख रुपये तक का टेण्डर मूल्य रखा गया है। जिसमें जो भी एजेंसी बीडिंग करेगी वह टेण्डर प्राप्त कर उस क्षेत्र में कार्य करेगी। अभी हाल ही में स्मार्ट सिटी की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर व्यापारियों, जलकल विभाग, जल निगम, एवं पार्षदों की एक बैठक आयोजित की गई थी जहां आये व्यापारियों ने जल निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर डीपी यादव को मुद्दों पर तो घेरा ही साथ ही साफ-सफाई को लेकर निगम की खूब खिंचाई की थी। विभाग की ओर से इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि स्मार्ट सिटी को लेकर स्मार्ट सिटी का कार्यालय लालबाग में ही बनाया जाए।
ऐरिया बेस्ड डेवलेपमेंट पर होगा कार्य –
नगर निगम की ओर से स्मार्ट सिटी पर कार्य करने वाली एजेंसी को कैसरबाग क्षेत्र में आ रहे पार्क, सड़कों, क्रासिंग, फुटपाथ आदि पर मैप प्लान बनाना होगा जिसे विभाग द्वारा पास किया जायेगा। इस सर्वे में एजेंसियों को टेण्डर डालने के लिए सूचना जारी कर दी गई है।
टोपोग्राफिकल सर्वे –
स्मार्ट सिटी के प्रथम चरण के लिए निगम की ओर से दौड़ शुरु हो गई है। इस दौड़ में बीडिंग के माध्यम से जो एजेन्सी भी कार्य कर करेगी उसे विभाग की आवश्यक शर्तो पर खरा उतरना होगा।
– एजेन्सी जो कि पहले किसी टोपोग्राफिकल सर्वे का कार्य कर चुकी हो या एक ऐसी संस्था जिसे इस क्षेत्र में कार्य का अनुभव हो।
– सर्वे में डिजीटल मैप बनेगा जिसे एजेसी क्षेत्र के पार्कों, सड़कों, क्रासिंगों, फुटपाथ आदि के लिए बनायेगी।
-कार्य के 80 प्रतिशत कार्य समाप्त होने के बाद ही मनी रिलीज होगी।
-एजेंसी जिसका पिछले तीन साल से टर्न ओवर दस लाख से ऊपर का हो।
-एजेंसी द्वारा टेडर डालने की आखिरी तिथि 16 जुलाई है।
स्मार्ट सिटी के प्रथम चरण में हो रहे कार्य के बारे जानकारी देते हुए अपर नगर आयुक्त पीके श्रीवास्तव ने बताया कि इस ओर विभाग कार्य कर रहा है। सर्वे कार्य के लिए एजेंसी की आवश्यकता है जो पहले से इस क्षेत्र में अनुभवी हो। अब देखना यह होगा कि विभाग स्मार्ट सिटी सर्वे के प्रथम चरण में एजेंसी के माध्यम से किस स्तर से काम ले पाता है। और चयनित एजेंसी शहर को स्मार्ट बनाने में कितनी टेक्निकली काम करती है।