लखनऊ। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय ने फेल होने वाले छात्रों को बड़ी राहत देने जा रहा है। अब छात्र 40 अंकों का ग्रेस कभी भी किसी सेमेस्टर में ले सकेंगे । अभी तक वह सिर्फ एक साल में अधिकतम दस अंकों का ग्रेस व चार वर्ष में 40 अंकों का ग्रेस हासिल कर पास हो सकते थे एकेटीयू के इस फैसले से पिछले वर्ष में फेल हुए करीब 35 हजार छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी। वह एक साथ ग्रेस अंक का प्रयोग कर अपनी डिग्री हासिल कर सकेंगे। एकेटीयू की परीक्षा समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को पास करवाया जाएगा। एकेटीयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ जेपी पांडेय ने बताया कि ऐसे विद्यार्थी जो किसी प्रश्नपत्र में न्यूनतम 15 प्रतिशत अंक हासिल करेंगे उन्हें ग्रेस अंक पाने का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि अभी जो नियम हैं उसके अनुसार विद्यार्थी चार वर्षो में 40 अंक का ग्रेस ले सकता है मगर इसमें शर्त यह है कि वह एक वर्ष में अधिकतम 10 अंकों का ग्रेस ही पा सकता है। अब हमने यह शर्त हटा दी है और विद्यार्थी अब पास होने के लिए अपने 40 अंक का ग्रेस चाहे तो एक साथ प्रयोग कर ले या फि र अलग.अलग सेमेस्टर में।
कुछ यूं मिलेगा कृपांक –
अगर किसी विद्यार्थी ने तीन सेमेस्टर की परीक्षा बिना ग्रेस के पास कर ली। अब वह आखिरी सेमेस्टर में दो प्रश्नपत्र में फेल हुआ और उसे दोनों में दस-दस अंक चाहिए तो वह एक साथ अपने बीस अंक का ग्रेस लेकर पास हो जाएगा। अभी तक यह होता था कि ऐसे विद्यार्थी अगर अंतिम वर्ष में किन्हीं कारणों से फेल हो गए तो उन्हें ग्रेस अंक का लाभ पूरा नहीं मिल पाता था। अब वह अपने 40 अंक के ग्रेस का कभी भी उपयोग पास होने में कर सकेंगे।