लखनऊ। प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बलरामपुर चिकित्सालय के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अस्पताल में आकस्मिक सेवा के लिए 24 घण्टे चिकित्सकों का उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने अस्पताल के अपग्रेडेशन के साथ ही यहां एम0आर0आई तथा वेंटीलेटर की स्थापना हेतु तत्काल प्रस्ताव प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए। प्रदेश के समस्त चिकित्सालयों में डेंगू, मलेरिया तथा चिकुनगुनिया के रोगियों के लिए बेड अलग से आरक्षित किए जाएं। इसके अलावा अभी से ही इन रोगियों के लिए अस्पतालों में बेडो की संख्या में भी वृद्धि की जाए, ताकि किसी भी मरीज को अनावश्यक रूप से इधर-उधर न भटकना पड़े। उन्होंने गत दिवस डायरिया से हुई दो बच्चों की मृत्यु पर गहरा असंतोष व्यक्त करते हुए चिकित्सकों को सख्त हिदायत दी कि बच्चों के इलाज में किसी भी प्रकार की कोताही नही बरती जानी चाहिए।
श्री सिंह ने गुरुवार को स्थानीय बलरामपुर चिकित्सालय का निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय में मिल रही समस्त चिकित्सकीय सुविधाओं का विस्तार से जायजा लिया। उन्होंने चिकित्सालय में कार्यरत वार्ड ब्वाॅय से लेकर समस्त स्टाफ के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने चिकित्सालय में आने वाले मरीजों एवं चिकित्सकों की सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त करने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि रेफर होकर तथा एम्बुलेंस सेवा से आने वाले मरीजों के अलावा सीधे आने वाले मरीजों के उपचार की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने बलरामपुर चिकित्सालय के नये भवन में संचालित ओ0पी0डी0 काउंटर का निरीक्षण करने के दौरान कहा कि मरीजों की संख्या में भारी वृद्धि को दृष्टिगत रखते हुए नये काउंटर तत्काल खोले जाएं। उन्होंने आनलाइन पंजीकरण की सुविधा भी सुलभ कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा ओ0पी0डी0 पूछ-ताछ केन्द्र को और प्रभावी बनाया जाए। साथ ही काउंटर पर यहां तैनात चिकित्सकों तथा स्टाफ के मोबाइल नम्बरों को भी प्रदर्शित किया जाए। सिंह ने निरीक्षण के दौरान अस्पताल में साफ-सफाई के बेहतर बंदोबस्त पर बल दिया। बाथरूम में लगी पुरानी टाइल्स को तत्काल बदलकर नई टाइल्स लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सालय में लगी पुरानी एसी को भी तुरंत बदलने के निर्देश दिए।