चेन्नई । तमिलनाडु में जल्लीकट्टू मुद्दे पर सोमवार को फैली हिंसा के बीच सोमवार शाम को राज्य विधानसभा ने अपने विशेष सत्र में इस पर रोक हटाने संबंधी विधेयक पारित कर दिया। इससे पहले सुबह इसके स्थायी समाधान की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने खदेड़ दिया।
पिछले एक सप्ताह से विरोध प्रदर्शन का केन्द्र बने मरीना बीच समेत राज्यभर में विभिन्न प्रदर्शन स्थलों से सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया गया। मरीना बीच पर मौजूद लोगों ने थाने में आग लगा दी। कुछ जगहों पर पथराव और पुलिस लाठीचार्ज की भी खबरें हैं।
विधानसभा से विधेयक पारित
सोमवार सुबह पुलिस कार्रवाई के बाद राज्यभर में फैली हिंसा के बीच शाम को सरकार ने विधानसभा में इसपर स्थायी रोक हटाने संबंधी विधेयक पेश किया। यह विधेयक महज चंद मिनटों में ही सर्वसम्मति से पारित हो गया। इसके साथ ही राज्य में जल्लीकट्टू का आयोजन वैध हो गया है। इससे पहले राज्यपाल विद्यासागर राव ने शनिवार को जल्लीकट्टू से जुड़े अध्यादेश को मंजूरी दी थी।
इससे राज्य में जल्लीकट्टू के आयोजन का रास्ता पहले ही साफ हो गया था, लेकिन समर्थक स्थायी समाधान की मांग कर रहे थे। नए कानून के तहत अब इसके आयोजनों की सीसीटीवी रिकॉडिंग होगी।
मरीना थाने में आग
मरीना बीच में सोमवार तड़के पुलिस की कार्रवाई शुरू हुई। कुछ प्रदर्शनकारियों ने समुद्र के किनारे मानव शृंखला बना ली और वहां से हटने की पुलिस के आग्रह से इनकार करते हुए प्रदर्शनकारियों का एक समूह समुद्र में उतर गया। कुछ अन्य प्रदर्शनकारी वहां धरने पर बैठ गए जबकि अन्य आसपास के इलाकों में एकत्रित हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर कथित तौर पर पथराव भी किया।
पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। इसी बीच कुछ प्रदर्शनकारियों ने वहां स्थित आइस हाउस थाना परिसर में खड़ी कुछ पुरानी गाड़ियों में आग लगा दी। आग तेजी से फैली हालांकि इस पर काबू पा लिया गया। इस आगजनी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पुलिस ने 150 लोगों को गिरफ्तार भी किया।
कोयंबटूर में लाठीचार्ज, मदुरै में पथराव
कोयम्बटूर में पुलिस ने वीओसी पार्क ग्राउंड्स से प्रदर्शनकारियों को जबरन हटाया। वरिष्ठ अधिकारियों की अपील नकार देने के बाद बड़ी संख्या में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को उठाकर मैदान से बाहर भेजना शुरू कर दिया। पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
कुछ प्रदर्शनकारियों को स्वेच्छा से मैदान छोड़ते हुए भी देखा गया। पुलिस ने करीब 300 लोगों को वहां से खदेड़ा और 300 को गिरफ्तार किया। मदुरै में प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारियों के अलांगनल्लूर में पुलिस पर कथित तौर पर पथराव करने की रिपोर्टें हैं।
द्रमुक ने आलोचना की
द्रमुक के कार्यवाहक अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने मरीना बीच पर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की आलोचना की है। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता स्टालिन ने एक बयान में कहा, यह निंदनीय है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करने के बजाय पुलिस बल का इस्तेमाल किया गया। स्टालिन ने इस कार्रवाई को अलोकतांत्रिक करार दिया है।