नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा है कि आदरणीय नीतीश चाचा जी, बताईए-मौत किसे कहते हैं? सांसों का थम जाना मौत नहीं है, मौत है संवेदनाओं का मर जाना। अपनी अंतरात्मा को झिंझोड़िए उसे जगाइए, ताकि किसी बेबस बाप को अपनी पत्नी और बेटी, किसी भाई को अपनी बहन का बलात्कार न देखना पडे़।
तेजस्वी ने अपने ट्वीट से बिहार में बढ़ती अपराध की घटनाओं पर तंज कसते हुए कहा है कि बिहार में हर महीने 98 बलात्कार,233 मर्डर,725 अपहरण, विगत 6 महीनो में 600 बलात्कार यानि पिछले दिनों मे कुल 20,120 अपराध की घटनाएं हुई है। लेकिन बेसुरा सुशासनी राग अब भी अलपाया जा रहा है। नीतीश जी और सुशील मोदी की जंगलराज देखने व गाने वाले सभी चक्षु, नसें, नाड़ी और धमनियां बंद है।
बता दें कि गया में एक पिता को पेड़ से बांधकर बेखौफ अपराधियों ने उसके सामने उसकी बेटी और पत्नी से सामूहिक दुष्कर्म किया। अपराधियों आराम से घंटो इस घटना को अंजाम देते रहे, पीड़िता चीखती चिल्लाती रही लेकिन उनकी मदद करने वाला कोई नहीं था। बुधवार को हुई इस घटना से पूरे बिहार में उबाल है। इस घटना के बाद प्रमुख विपक्षी दल बिहार सरकार और पुलिस-प्रशासन पर लगातार हमलावर है।