स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन दस टेस्ट मैचों में 300 टेस्ट विकेट तक पहुंचने के लिए खुद पर अतिरिक्त दबाव नहीं बनाना चाहते हैं। उनका कहना है कि वह घरेलू सत्र के आगामी दस टेस्ट मैचों में किसी तरह का दवाब लेकर खेलना नहीं चाहते हैं।
अश्विन ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘अभी मैं किसी आंकड़े या किसी लक्ष्य का पीछा करने के बारे में नहीं सोच रहा हूं। मैं अभी जिस स्थिति में हूं केवल उसका आनंद ले रहा हूं। जब आप अच्छा प्रदर्शन कर रहें होते हो तो आप इस बारे में नहीं सोचते कि आप कितना अच्छा कर रहें हैं। ऐसा सोचने पर आप खेल का लुत्फ नहीं उठा सकते।’
अश्विन ने अब तक 39 टेस्ट मैचों में 220 विकेट लिए हैं। ऐसा करके मैंने रिकार्ड बनाया है। उन्होंने हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में कुल 27 विकेट झटके हैं और और सातवीं बार मैन आफ द सीरीज चुने गये हैं। अश्विन ने स्वीकार किया कि अभी वह अपने करियर के सबसे अच्छे दौर से गुजर रहे हैं।
30 वर्षीय अश्विन ने कहा, ‘पिछले एक साल या उससे पहले से मैंने कहा था कि मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं। मेरी लय और मेरा एक्शन वैसा ही है जैसा मैं चाहता हूं। हां मैं अपने खेल पर गहराई से विचार करता हूं। मैं यह समझने की कोशिश कर रहा हूं कि क्या सही हुआ और क्या गलत।’ हालांकि उन्होंने कहा कि कई बार लय हासिल करना मुश्किल होता है और इसमें थोड़ा समय लगता है।
टेस्ट क्रिकेट में अब तक सात बार मैन आफ द सीरीज रह चुके अश्विन ने आगामी इंग्लैंड सीरीज को लेकर कहा, ‘इंग्लैंड की टीम बहुत अच्छी टीम है और उन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता। सीरीज को लेकर मैं काफी अभ्यास कर रहा हूं। इंग्लैंड सीरीज के लिए खुद को तरोताजा रखने के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज से आराम लेना जरूरी था।
आयोग की अध्यक्ष एंजेला रूगियेरो हैं। इसमें नौ उपाध्यक्ष और 10 अन्य सदस्य है। आयोग की अगली बैठक अगले महीने छह तारीख को होगी। पूर्व विश्व नंबर वन सायना घुटने की चोट से जूझ रही थीं और अब वह नवंबर में बैडमिंटन कोर्ट पर वापसी करने में जुटी हुई हैं। सायना के पिता हरवीर सिंह ने अपनी बेटी के आईओसी पैनल के सदस्य चुने जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।