लखनऊ। लखनऊ विवि से सम्बद्ध कुंवर आसिफ अली संजु मियां डिग्री कॉलेज के छात्रों के पुनः परीक्षा में 65 प्रतिशत छात्र फेल हो गए हैं। तीन मार्च को हिंदी प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा में लविवि के सचल दस्ते ने कॉलेज में सामूहिक नकल पकड़ी थी। इसमें जब सचल दस्ता केंद्र पर पहुंचा तो सभी छात्र एक ही सवाल कर रहे थे। वहीं कॉपी में भी सभी छात्रों ने उतने ही सवाल किये थे जितने अन्य छात्रों ने। ऐसे में कॉलेज की परीक्षा रद कर 24 जुलाई को दोबारा से कराई गई। लेकिन जब इस सप्ताह इसका रिजल्ट आया तो उसने नकल की पुष्टि कर दी।
लविवि के परीक्षा नियंत्रक प्रो एके शर्मा ने बताया कि कुल 157 छात्र परीक्षा में शमिल हुए थे जिसमें से सिर्फ 55 छात्र ही पास हो सके हैं। यह परीक्षा कालीचरण कॉलेज में कराई गई थी। सचल दस्ते ने सिर्फ उसी परीक्षा पर आपत्ति जताई थी तो सिर्फ पहले प्रश्नपत्र की परीक्षा ही दोबारा कराई गई जबकि अन्य विषयों की परीक्षा के अंक वहीं जोड़े गए हैं जो छात्रों ने कॉलेज में दी थी।
अब तो अन्य पर भी उठे सवाल
कुंवर आसिफ अली में तीन मार्च को हुई परीक्षा दोबारा से कराई गई है जबकि सचल दस्ते ने तीन के अलावा चार मार्च की परीक्षा में भी सार्वजनिक नकल की रिपोर्ट दी थी। एलयू पर दबाव के बाद तीन घंटे सचल दस्ते के बैठने नियम बनाया गया। इसके बावजूद सचल दस्ता हर रोज आधे से एक घंटा ही केंद्र पर रुका जो प्रॉक्टर कार्यालय के रेकॉर्ड में है। हिंदी की एक परीक्षा के रिजल्ट के बाद अब कॉलेज में हुई अन्य परीक्षाओं पर भी सवाल उठने लगे हैं। वहीं माल के ही आदर्श सत्येंद्र कॉलेज में मैनेजर की बहू परीक्षा कक्ष से नदारद मिली थी और नकल की भी रिपोर्ट थी। लेकिन इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में अब लविवि की परीक्षाओं की पारदर्शिता पर सवाल उठने लगे हैं।
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