लखनऊ। राजधानी में हो रही बरसात से कहीं जलभराव की स्थिति है तो कहीं पूरा क्षेत्र ही तालाब में तब्दील होकर रह गया है। ईद के मद्देनजर विभागाध्यक्ष नगर आयुक्त उदय राज सिंह ने पुराने लखनऊ में निरीक्षण कर भले ही नालों की सफाई के साथ -साथ नालों पर हुए अतिक्रमण को ध्वस्त करने के आदेश दे दिए हों लेकिन निचले स्तर पर नालों की सफाई और अतिक्रमण हटाने की ओर रुख करने वाला कोई नहीं। विभाग ने भले ही कागजी कार्रवाई में नालों की सफाई के कार्य को क्लीन चिट दे दी हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। सूत्रों की मानें तो न्यायालय के आदेशानुसार नालों पर बने अवैध अतिक्रमण को तोड़ने के आदेश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। लेकिन आदेशों की धज्जियां उड़ाने में तो मानों अधिकारियों को महारत हासिल हो। हाल ही में मौलवीगंज स्थित गौसनगर नाले के चोक होने के बाद कार्य के प्रति जागे और नालों पर हुए अतिक्रमण को ध्वस्त करने की रणनीति बनाते हुए रोस्टर तैयार कर दिया। रोस्टर के अनुसार प्रत्येक जोन से होकर गुजरने वाले नालों पर हुए अतिक्रमणों को ध्वस्त किया जाएगा।
नालों पर हुए अतिक्रमण को लेकर नगर निगम सख्त
नगर आयुक्त ने जिलाधिकारी से मांगा पुलिसबल
नगर आयुक्त उदय राज सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र लिख कर पुलिस फोर्स की मांग की। पत्र में यह भी मांग की गई कि कई क्षेत्र ऐसे हैं जो संवेदनशील है जहां नालों पर अवैध अतिक्रमण को तोड़ने के लिए पुलिस बल की मदद चाहिए। जहां पीएसी के साथ-साथ महिला कांस्टेबल एवं क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट भी मौजूद रहे।
रोस्टरवार हटेंगे नालों से अतिक्रमण
५ जुलाई २०१६ – जोन-५
७ जुलाई २०१६ – जोन-८
८ जुलाई २०१६ – जोन-४
११ जुलाई २०१६ – जोन–
१२ जुलाई २०१६ – जोन- ६
१- जुलाई २०१६ – जोन- ७
१४ जुलाई २०१६ – जोन- ५
१५ जुलाई २०१६ – जोन- २
पहले दिन ही नहीं चल पाया अभियान
अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करने का दम भरने वाले निगम ने रोस्टर के अनुसार पहले दिन ही अभियान से पैर खींच लिया। जोनल अधिकारी सूरज सिंह ने बताया कि अभियान चलना था लेकिन वे अभियान न चलवा पाने का कारण कारण नहीं बता सके।