Sunday , April 28 2024

निवेशकों के करोड़ों लेकर चिटफंड कम्पनी फरार

लखनऊ। आशियाना इलाके में संचालित एक चिटफं ड कम्पनी ने सैकड़ों लोगों के करोड़ों रुपए जमा कराए। इसके बाद एक दिन अचानक कम्पनी कार्यालय में ताला लगाकर फ रार हो गयी है। पैसा लेने पहुंचे लोगों ने जब कम्पनी के दरवाजे पर ताला देखा तो उनके होश उड़ गये।

आशियाना के एलडीए कालोनी सेक्टर के में काफी समय से चीनी चिटफं ड कम्पनी संचालित थी, जिसके प्रबंध निदेशक जसविंदर सिंह कोहली उर्फ चीनी चिटफंड कम्पनी को चला रहे थे।

पीड़ित राज दुबे निवासी सेक्टर एम एलडीए कालोनी ने बताया कि वह पेशे दवा व्यापारी है और लखनऊ में उनकी दवा की सीएंडएफ है। विगत 1 मार्च 2012 को इस कम्पनी में पांच वषोंर् का इन्वेस्टमेंट प्रति माह ढाई हजार के रूप में किया था।

कम्पनी ने पांच साल पूरा होने पर ढाई लाख रुपये का भुगतान होना था। बीते 1 अप्रैल 2017 को कम्पनी प्रबंधक द्वारा बैठक बुलाई गयी। इस बैठक में प्रबंधक ने कहा कि जिनके-जिनके भुगतान का समय पूरा हो गया है , वह अपने सभी दस्तावेज कम्पनी में जमा करा दे। उनके भुगतान तीन दिनों में कर दिए जायेंगे।

कम्पनी के धोखे का शिकार हुए पीड़ित ने बताया कि वह बीते 4 अप्रैल को कम्पनी से अपना भुगतान लेने के लिए कम्पनी पहुंचा तो पाया कि कम्पनी के मुख्य द्वार पर ताला लगा हुआ है। जिस मकान में कम्पनी संचालित थी वहां संग्राम सिंह नामक युवक के नेम प्लेट लगी है।

पीड़ित ने कम्पनी के नम्बरों पर संपर्क किया तो सारे नंबर बंद बताने लगे। जिस पर पीड़ित ने आशियाना थाने जाकर कम्पनी द्वारा धोखाघड़ी कर रुपये लेकर भाग जाने की लिखित तहरीर दी। स्थानीय पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर धोखाघड़ी का मुकददमा दर्ज कर जांच में जुटी है।

15 सालों में जीता था लोगों का भरोसा

चीनी चिटफ ंड कम्पनी 15 वषोंर् से कारोबार कर रही थी। आम जनता को ठगने के पहले अपना विश्वास जमाने के लिए कम्पनी अपनी पांच-पांच वषोंर् का दो कार्यकाल पूरा कर चुकी है।

आम जनता से इन्वेस्टमेंट कराये हुए रुपये भी तय समय पर अदा कर चुकी है, जिससे इन्वेस्टर का विश्वास पूरी तरह से कम्पनी पर जम जाये और अधिक से अधिक इन्वेस्टर कम्पनी से जुड़कर अपना पैसा इन्वेस्ट करें।

आशियाना थाना प्रभारी एसके राय ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अब तक सात आठ लोगों की तहरीरे मिल चुकी हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि लगभग पांच सौ लोग इस कम्पनी का शिकार हुए है।

E-Paper

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com