केंद्र सरकार ने कहा है कि ब्रिटिश अधिकारियों ने भारत को सूचित किया है कि बैंक धोखाधड़ी कर फरार चल रहा नीरव मोदी ब्रिटेन में रह रहा है. विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि मैनचेस्टर के नेशनल सेंट्रल ब्यूरो ने भारतीय एजेंसियों को बताया कि उनकी जांच में ब्रिटेन में नीरव मोदी के ठिकाने का पता चला है. उन्होंने कहा, ‘‘अगस्त, 2018 में सरकार ने ब्रिटेन के अधिकारियों को नीरव मोदी को भारत को प्रत्यर्पित किये जाने के लिए दो अनुरोध भेजे. एक अनुरोध सीबीआई की ओर से और दूसरा प्रवर्तन निदेशालय की ओर से था.’’
उन्होंने कहा कि ये अनुरोध फिलहाल ब्रिटेन के संबंधित अधिकारियों के समक्ष विचाराधीन हैं. जून में विदेश मंत्रालय ने नीरव मोदी का पता लगाने के लिए मदद की गुहार लगाते हुए कई यूरोपीय देशों को पत्र लिखा था. नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक के धोखाधड़ी मामले में वांछित है. गौरतलब है कि पिछले दिनों ब्रिटेन की कोर्ट से भगोड़े कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण को मंजूरी मिलने से भारतीय जांच एंजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है.
सरकार माल्या के अलावा नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, चेतन संदेसरा, ललित मोदी और नितिन समेत करीब 58 भगोड़ों कारोबारियों को वापल लाना चाहती है. सरकार की तरफ से बुधवार को इस बारे में संसद में जानकारी दी गई. ये सभी भगोड़े देश में घोटाले करने के बाद विदेशों में रह रहे हैं. इन सभी के लिए इंटरपोल में रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने और प्रत्यर्पण की मांग की गई है.