लखनऊ। प्रदेश में पांचवे चरण के लिए शनिवार की शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम गया। इस चरण में 11 जिलों की 51 सीटों के लिए 27 फरवरी को मतदान होना है।
पांचवे चरण में 52 सीटों पर चुनाव होने थे, लेकिन फैजाबाद की अलापुर सीट से सपा के उम्मीदवार चंद्रशेखर कन्नौजिया की मृत्यु के कारण वहां मतदान निरस्त कर दिया गया है। यहां मतदान अब नौ मार्च को होगा।
सभी पार्टियों के स्टार प्रचारकों ने इस चरण के जिलों में दर्जनों चुनावी सभाएं करके चुनावी माहौल गरमा दिया है। अब बारी है मतदान की। इस चरण में अमेठी, सुल्तानपुर, फैजाबाद, अकबरपुर, बहराइच,श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर,बस्ती और संत कबीरनगर की 51 सीटों के लिए मतदान होना है।
इस चरण में लगभग एक करोड़ 85 लाख मतदाता 608 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इस चरण में सबसे ज्यादा सीटों पर सपा-कांग्रेस का कब्जा है। सपा के पास 37 और कांग्रेस के पास पांच सीटें हैं। इसके अलावा भाजपा पांच सीटों पर काबिज हुई थी। वहीं इस चरण में बसपा का प्रदर्शन सबसे खराब रहा था। उसे इस चुनाव में मात्र तीन सीटों से ही संतोष करना पड़ा था।
इस चरणर में एक दर्जन से अधिक सीटों पर मुकाबला दिलचस्प होगा। जहां से प्रदेश सरकार के मंत्री, अन्य दलों के पूर्व मंत्री और स्थानीय स्तर पर प्रभावीशाली नेता अपना भाग्य अजमाने के लिए चुनाव मैदान में हैं। इनमें विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय, मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति, राममूर्ति वर्मा,शिवप्रताप यादव, पवन पाण्डेय, अवधेश प्रसाद और शंखलाल मांझी, पूर्व मंत्री रामअचल राजभर के अलावा अमेठी से भाजपा की गरिमा सिंह और डा. संजय सिंह की दूसरी पत्नी अमिता सिंह भी आमने-सामने हैं।