लाहौर । पाकिस्तान के मात्र सात खिलाड़ी ही अगले महीने होने वाले रियो ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने उतरेंगे। इन सभी खिलाड़ियों को रियो में उतरने के लिये वाइल्ड कार्ड मिला है क्योंकि यह क्वालीफाई नहीं कर पाए थे।
पाकिस्तान के ओलंपिक इतिहास में शर्मनाक समय उस समय आया जब उसकी हॉकी टीम रियो ओलिंपिक के लिये क्वालीफाई ही नहीं कर सकी। यह पहली बार है जब पाकिस्तानी हॉकी टीम ओलंपिक में नहीं खेलेगी। पाकिस्तान ने आखिरी बार ओलंपिक में पदक वर्ष 1992 के बार्सिलोना में जीता था जब उसकी हॉकी टीम ने कांस्य पदक अपने नाम किया था। ओलिंपिक इतिहास में पाकिस्तान के नाम कुल 10 पदक हैं जिनमें तीन स्वर्ण, तीन रजत और दो कांस्य सहित 8 पदक तो सिर्फ हॉकी में हैं। पाकिस्तान ने कुश्ती और मुक्केबाजी में एक एक कांस्य जीता है। पाकिस्तान ने पिछले लंदन ओलंपिक में 19 पुरूष और दो महिलाओं सहित 21 खिलाड़ियों का दल चार खेलों में उतारा था। इसमें 16 सदस्य तो पुरूष हॉकी टीम के ही थे। इस बार हॉकी टीम के न होने के कारण पाकिस्तान के दल की संख्या 7 ही रह गई है।
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