पाकिस्तान के तटीय इलाकों में बुधवार सुबह 6.3 तीव्रता के जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप का केंद्र पाकिस्तान के तटीय शहर पासनी के दक्षिण पश्चिम में 23 किलोमीटर (14 मील) नीचे था.
यूएस जिऑलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) के अनुसार, भूकंप के ये झटके तीन बजकर तीन मिनट पर लगे
अक्टूबर, 2015 में पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भूकंप ने बड़ी तबाही मचाई थी. उस प्राकृतिक आपदा में 400 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी.
पिछले साल अप्रैल में पड़ोसी देश अफगानिस्तान के पूर्वोत्तर में 6.6 की तीव्रता वाला भूकंप आया था, जिसके झटके दक्षिण एशिया में भी महसूस किए गए थे और पाकिस्तान में छह लोगों की मौत हो गई थी.
क्यों हिलती है यहां अक्सर धरती?
दरअसल, पाकिस्तान में भारतीय और यूरेशियाई टेक्टॉनिक प्लेटें मिलती हैं जिससे देश पर भूकंप से प्रभावित होने का खतरा अधिक बना रहता है.
पाकिस्तान में आठ अक्तूबर 2005 को 7.6 की तीव्रता वाले भूकंप में 73,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और करीब 35 लाख लोग बेघर हो गए थे. इनमें अधिकतर लोग पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के थे.
उत्तरांखड में भी झटके
गौरतलब है कि उत्तराखंड में भी सोमवार देर रात आए भूकंप के झटके लगे थे. प्रदेश में सोमवार रात 10.33 बजे 15 सेंकड तक रिक्टर पैमाने पर 5.8 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसका केंद्र रुद्रप्रयाग जिला था.
कई जिलों में लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकलकर आ गए. भूकंप के कारण चमोली और देहरादून के घरों की दीवारों और छतों पर मामूली दरार आ गई थी. क्षेत्रीय मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि भूकंप का केंद्र रुद्रप्रयाग में जमीन के अंदर 33 किलोमीटर की गहराई पर था.
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