पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने आज नेता और राज्य के परिवहन मंत्री सुदीन धवलीकर के हालिया बयान को लेकर उनकी आलोचना करते हुए कहा कि नाखुश लोग अलग होने के लिए स्वतंत्र हैं।
उनके इस बयान से BJP-MGP गठबंधन के बीच का गतिरोध और बढता दिख रहा है। कुछ दिन पूर्व धवलीकर ने सूबे की सरकार पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री पारसेकर पर आरोप लगाया था कि उनके ढाई वर्ष के शासन काल में राज्य दस वर्ष पीछे चला गया है।
उनके इस बयान के जवाब में धवलीकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सुदीन धवलीकर मेरे लिए एजेंडा तय करने वाले नहीं हैं। अगर राज्य सरकार में उनको घुटन महसूस हो रही है तो उन्हें इस्तीफा देकर जाना चाहिए और फिर हमारे खिलाफ सार्वजनिक बयान देना चाहिए।”
एमजीपी पहले ही घोषणा कर चुकी है कि अगर पारसेकर आगामी विधानसभा चुनावों में राज्य भाजपा विधायक दल का नेतृत्व करते हैं तो उनकी पार्टी भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेगी। इसके उत्तर में पारसेकर ने आज एमजीपी पर गठबंधन के सहयोगियों के प्रति वफादार नहीं होने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘वे गठबंधन के प्रति वफादार नहीं हैं, वे केवल सत्ता के साथ रहते हैं। वर्ष 2012 के चुनावों से पहले वे कांग्रेस के साथ थे।” मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मौजूदा सरकार मेरी है। उन्होंने कहा, ‘‘यह गोवा के लोगों को तय करना है कि मैं राज्य को दस वर्ष पीछे ले जा रहा हूं या 20 वर्ष पीछे।” जब उनसे पूछा गया कि वह धवलीकर को मंत्रिमंडल से क्यों नहीं हटा रहे हैं तो मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपनी शक्ति का दुरपयोग नहीं करेंगे।