लखनऊ। सपा के वरिष्ठ नेता और हाल ही में इस्तीफे की धमकी देने वाले शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सीएम अखिलेश यादव से डेढ़ घंटे तक बात की लेकिन लगता है कोई नतीजा नहीं निकल पाया। शिवपाल ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान परिवार में किसी कलह या रार से इनकार किया लेकिन ये जरूर कहा कि कुछ लोग हैं जो सरकार और पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं और ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं होना तकलीफ पहुंचाता है।
सपाइयों पर कार्रवाई की मांग-
शिवपाल ने कहा कि थाने और तहसील दलालों के अड्डे बने हुए हैं। लेकिन इन स्थानों पर दलालों के लिए कोई जगह नहीं है। यदि ऐसे लोग सपा के हैं तो जिम्मेवारी और भी ज्यादा हो जाती है। यदि ऐसे लोग पार्टी के हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई तुरंत होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव सीएम हैं और वह खुद सरकार में वरिष्ठ मंत्री। इसलिए सामूहिक जिम्मेवारी है कि गलत लोगों और अधिकारियों पर कार्रवाई हो। शिवपाल ने परिवार में किसी रार या कलह से पूरी तरह से इनकार किया। उन्होंने कहा कि वो सीएम से आज मिले हैं और कल भी दोनों का परिवार एक साथ था। कल रात का खाना भी दोनों परिवारों ने साथ खाया।
निशाने पर अधिकारी-
उन्होंने अदालत में दाखिल होने वाली जनहित याचिकाओं को धंधा करार दिया और कहा सरकार कोई भी काम करती है तो उसके खिलाफ जनहित याचिका दायर कर दी जाती है। अब तो अधिकारी भी जनहित याचिका दायर करने लगे हैं जो खुद गलत काम करते हैं। उन्होंने दावा किया कि अगले विधानसभा चुनाव में सपा फिर से पूरे बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। सपा को 2012 के मुकाबले ज्यादा सीटें मिलेंगी शिवपाल ने वर्तमान सपा सरकार की तारीफ की और कहा कि सीएम अखिलेश यादव ने बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने छात्र छात्राओं को लैपटाप,कन्या विधाधन,गरीबों को पेंशन जैसी योजाएं गिनाईं और कहा कि सपा सरकार ने अपना चुनावी वायदा पूरा कर दिया है।
सीएम के साथ मीटिंग-
शुक्रवार को अखिलेश से मिलने कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव और सीएम अखिलेश यादव की सीएम आवास पर करीब डेढ़ घंटे तक मीटिंग चली। इस दौरान किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया गया। अखिलेश और शिवपाल ने आपस में बातचीत की है, फिलहाल अभी यह नहीं पता चल सका कि उनके बीच हुई बातचीत का क्या निर्णय निकला। शिवापाल करीब 10:30 पर सीएम ऑफिस पहुंचे थे और 11:55 पर बाहर आए। शिवपाल ने मीडिया से कोई बात नहीं की, लेकिन अंदरखाने से यह खबर आ रही है कि इस मीटिंग के बाद संगठन में बड़ा फेरबदल किया जा सकता है। बता दें कि शिवपाल ने बीते दिनों अवैध कब्जों और दलाली को मुद्दा बनाकर मंत्री पद छोड़ने की धमकी दी थी। जिसके बाद मुलायम को मैदान में उतरकर अखिलेश को फटकार लगानी पड़ी थी।
अखिलेश राखी बंधवाने गए थे-
गुरुवार को अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल के सरकारी आवास गए थे। शिवपाल की बेटी से उन्होंने राखी बंधवाई थी। वहां अखिलेश के बच्चों ने अपने दादा के साथ खाना भी खाया था। सूत्रों के मुताबिक शिवपाल इसके बाद ही अखिलेश से मिलने के लिए तैयार हुए। बताया जा रहा है कि सीएम से मुलाकात के दौरान वह अपने मुद्दों को उठाएंगे और कार्रवाई की मांग करेंगे।