स्कूल क्रिकेट से धमाके कर रहे पृथ्वी शॉ महज 18 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने जा रहे हैं. उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट टेस्ट के लिए भारत के अंतिम-12 खिलाड़ियों में शामिल किया है. इनमें सिर्फ दो ओपनर केएल राहुल और पृथ्वी शॉ हैं. इन दोनों को प्लेइंग-11 में जगह मिलनी तय है. जानिए ‘वंडर ब्वाय’ पृथ्वी के बारे में 7 अहम बातें:
पृथ्वी शॉ पहली बार 2013 में सुर्खियों में आए. उन्होंने तब महज 14 साल की उम्र में रिजवी स्कूल की ओर से खेलते हुए अंडर-16 स्कूल टूर्नामेंट में 546 रन बनाए. यह तब स्कूल क्रिकेट में सबसे बड़े स्कोर का वर्ल्ड रिकॉर्ड था. वैसे, पूर्व स्पिनर नीलेश कुलकर्णी 2010 में ही पृथ्वी से स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी के लिए 3 लाख रुपए सालाना का कॉन्ट्रैक्ट कर चुके थे.
मुंबई के पृथ्वी शॉ ने एक जनवरी 2017 को 17 साल की उम्र में पहला फर्स्ट क्लास मैच खेला. उन्होंने रणजी और दलीप ट्रॉफी के डेब्यू मैच में शतक जमाकर दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी की.
पृथ्वी शॉ ने तमिलनाडु के खिलाफ अपने पहले रणजी ट्रॉफी मुकाबले में 120 रन की पारी खेली थी. उन्होंने इसी साल अपने पहले दलीप ट्रॉफी में मैच में भी शतक बनाया. उन्होंने 17 साल की उम्र में इंडिया रेड की तरफ से खेलते हुए इंडिया ब्लू के खिलाफ शतक जड़ा था.
पृथ्वी की कप्तानी में भारत ने साल 2018 में अंडर-19 विश्व कप का खिताब जीता. उनके नाम पहले 9 प्रथम श्रेणी मैच में 5 शतक लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है.
आईपीएल 2018 में पृथ्वी को दिल्ली डेयरडेविल्स ने 1.2 करोड़ रुपए में खरीदा था. दिल्ली ने उन्हें बेस प्राइस (20 लाख) से 6 गुना ज्यादा रकम देकर अपनी टीम में शामिल किया था.
पृथ्वी ने इंडिया ‘ए’ की तरफ से खेलते हुए चार शतक अपने नाम किए हैं. उन्होंने वेस्टइंडीज ‘ए’ के खिलाफ 102, लीस्टरशायर के खिलाफ 132, दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ के खिलाफ 136 और वेस्टइंडीज ‘ए’ के खिलाफ 188 रन बनाए थे.
पृथ्वी शॉ की मां का निधन जल्दी हो गया था. उनके पिता पंकज शॉ ने उन्हें पाला. पृथ्वी प्रैक्टिस करने के लिए रोजाना 2 घंटे का सफर तय करके मुंबई में विरार से चर्चगेट तक जाते थे.