लखनऊ। मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने समस्त जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को कड़े निर्देश दिये हैं कि दुधारू पशुओं के अवैध वध एवं उनके अनधिकृत परिवहन/तस्करी पर अंकुश लगाने हेतु प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।
उन्होंने कहा कि जनपदों में स्थित पशुवधशालाओं का अधिकृत अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से निरीक्षण कर यह सुनिश्चित कराया जाये कि पशुवधशालाओं में पशुओं का अवैध कटान कतई न होने पाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये हैं कि पशुओं का अवैध कटान पाये जाने पर सम्बन्धित व्यक्तियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।
उन्होंने कहा कि जनपदों में पशुवध को रोकने हेतु अभिसूचना तंत्र की आवश्यकतानुसार सहायता लेकर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित कराते हुये सम्बन्धित व्यक्तियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करायें।
मुख्य सचिव ने शुक्रवार को यह निर्देश समस्त जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को परिपत्र के माध्यम से दिये हैं। उन्होंने कहा कि विगत 05 वर्षों में पशुओं की तस्करी के सम्बन्ध में एकत्रित सूचनाओं का अवलोकन कर पशु तस्करी की अत्यधिक घटनायें घटित होने वाले मार्गों को चिन्हित कर इन मार्गों का आकस्मिक निरीक्षण सुनिश्चित कराया जाये।
उन्होंने कहा कि पशु तस्करों के बारे में विलेज क्राइम नोटबुक में अंकन कराकर ऐसे अपराधियों जो पूर्व में भी इन गतिविधियों में संलिप्त रहें हैं और ऐसे अपराध कारित करते हुये पाये जाते हैं तो इन अपराधियों के विरूद्ध हिस्ट्रीशीट खोलकर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।
श्री भटनागर ने यह भी निर्देश दिये हैं कि प्रत्येक थाना क्षेत्र में साप्ताहिक, पाक्षिक एवं मासिक रूप से लगने वाले पशु मेला/हाट का निरीक्षण कर विधिक प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित कराने हेतु कठोर निगरानी रखी जाये। उन्होंने कहा कि पशुओं की खरीद-फरोख्त करने वाले व्यापारियों के सम्बन्ध में पूर्ण जानकारी भी एकत्रित की जाये।
उन्होंने जनपदों में पशुवध के अभियान के दौरान बचाये जाने वाले पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के लिये सरकारी/निजी शेल्टर हाउसेज को भी चिन्हित कर बचाये गये पशुओं को इन स्थानों पर भेजा जाये। उन्होंने प्रदेश की सीमा से जुड़े अन्य राज्यों के पशु तस्करी की दृष्टि से संवेदनशील मार्गों पर भी कड़ी निगरानी रखकर नियमित चेकिंग करने के निर्देश दिये हैं।