ऐसा लगता है कि आखिरकार फातमागुल और करीम की जिन्दगी बेहतर होती जा रही हैं। फातमागुल करीम से कहती है कि वो अपनी पिछली जिन्दगी को भूल कर आगे की जिन्दगी जीना चाहती। इस दिशा में उसका पहला कदम है एक कैफे में एक नयी नौकरी करना, जिससे उसे खुशी मिलती है और वो खुद को आजाद महसूस करती है। उसकी खुशी दोगुनी हो जाती है जब उसे उसकी पहली तनख्वाह मिलती है। पर ठीक उस वक्त जब उसे लगता है कि उसने अपने बुरे दिनों को पीछे छोड़ दिया है, उसे करीम और वुरल एक साथ नजर आते हैं। फातमागुल ठगा हुआ सा महसूस करती है। फातमागुल का प्रसारण सोमवार से शनिवार रात ८रू५० बजे जिन्दगी चैनल पर किया जा रहा है। फातमागुल एक खूबसूरत और नेक-दिल लड़की की कहानी है, जो अपने भाई के साथ एक सीधी-सादी जिन्दगी जीती है और उसके साथ मिलकर एक दूध की दुकान चलाती है। फातमागुल की जिन्दगी में एक दुखद घटना होती है जो उसके सपनों चूर-चूर कर देती है और उसकी जिन्दगी में एक ऐसा मोड़ लाती है जिसकी उसनें उम्मीद ही नहीं की थी। फातमागुल परिवार के भावनात्मक सहारे के बगैर खुद की एक पहचान बनाने के लिए संघर्ष करती हुई गाँव की एक सीधी-सादी लड़की की जिन्दगी में आनेवाले उतार-चढ़ाव को दर्शाता है।
