लखनऊ। रोड ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बिल में कर्मचारियों के लिए कड़े कानूनों का प्रावधान किया जा रहा है। जिससे कर्मचारियों में दहशत कायम हो गई है। कर्मचारी खुलकर इस बिल का विरोध कर रहे हैं। कर्मचारियों का मानना है कि अगर यह बिल लागू हो गया तो चालक-परिचालकों की नौकरी हर वक्त खतरे में ही पड़ी रहेगी। इसी बिल का विरोध करने के लिए शुक्रवार को यूपी रोडवेज इम्पलाइज यूनियन और उत्तर प्रदेश संविदा कर्मचारी संघ ने हड़ताल करने का फैसला लिया है। हालांकि यूनियनों की हड़ताल की धमकी से पहले ही रोडवेज ने बसों के संचालन में कोई दिक्कत न हो इसे ध्यान में रखकर पहले से ही तैयारियां पूरी कर ली हैं। साथ ही हड़ताल में शिरकत करने वाली याूनियनों में शामिल ड्राइवर कंडक्टरों को चेताया है कि अगर वे हड़ताल में हिस्सा लेते हैं तो उन पर कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी।
यूपी रोडवेज इम्पलाइज यूनियन के महामंत्री तेज बहादुर शर्मा ने नोटिस देकर निगम प्रशासन को अवगत कराया गया है कि रोड ट्रांसपोर्ट से टी बिल 2016 व श्रमिक के खिलाफ कानून में बदलाव के विरोध में गुरुवार को कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। इसके अलावा परिवहन निगम श्रमिक समाज कल्याण संघ की ओर से संघ के प्रांतीय महामंत्री बनारसी राम और उप्र परिवहन निगम संविदा कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रामराज विश्वकर्मा ने भी हड़ताल की नोटिस देकर रोडवेज अधिकारियों का चैन छीन लिया है। परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि बस अड्डे पर तैनात निगम के कर्मचारियों को काम से रोकने वालों वाले व्यक्तियों की फोटोग्राफी और विडियोग्राफी करवाई जाएगी जो पुलिस को सौंपी जाएगी। ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन पर एस्मा लगाने की सिफारिश की जाएगी। जो लोग काम करना चाहेंगे, उन सभी व्यक्तियों को सुरक्षा दी जाएगी, इसके लिए पुलिस बल की व्यवस्था की गई है, हड़ताल में शामिल लोगों को रोकने के लिए नो वर्क नो पे की व्यवस्था लागू की जाएगी।
इसके साथ ही निगम के संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। मुख्य प्रधान प्रबंधक संचालन एचएस गाबा ने बताया कि चारबाग और कैसरबाग बस अड्डे के साथ ही प्रदेशभर के बस अड्डों पर बसों के संचालन की व्यवस्था कर ली गई है। यात्रियों की सुविधा के लिए सभी बस अड्डों पर एक स्पेशल काउंटर भी बनाया जाएगा। हालांकि हड़ताल में सिर्फ दो गुट के शामिल होने से इसका खास असर नहीं पड़ेगा। कुछ रूट की बसों का संचालन प्रभावित हो सकता है। ऑनलाइन बुकिंग वाली सभी बसों के संचालन की व्यवस्था की जा चुकी है जिनमें यात्री पहले से ही अपनी सीट बुक करा चुके हैं। स्कैनिया, वॉल्वो और वातानुकूलित बसों के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सभी सहाकय क्षेत्रीय प्रबंधकों को परिवहन निगम मुख्यालय से बस अड्डों पर मौजूद रहने का निर्देश जारी किया गया है।