औरंगाबाद/गया /आसम । बिहार में औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र स्थित पड़ोसी जिला गया की सीमा से सटे सोनदाहा जंगल में सर्च अभियान में जुटे बिहार पुलिस और सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के जवानों पर नक्सलियों ने घात लगाकर हमला कर दिया । हमले में लैंड माइन विस्फोट में कोबरा बटालियन के दस कमांडो शहीद हो गये । घटना सोमवार की देर रात की है । हमारे गया संवाददाता से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज दिन के दो बजे राज्य के मुख्य सचिवए डीजीपीए गृह सचिव व अन्य अधिकारियों ने गया में सीआरपीएफ कैंप में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। वहीं बिहार सरकार ने गया में शहीद हुए सीआरपीएफ कमांडो के परिवारों को पांच.पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।
विदित हो कि इससे पहले मुठभेड़ में जवानों ने तीन से अधिक नक्सलियों को भी मार गिराया था । तीन नक्सलियों के शवों के साथ ही चार एके.47ए चार इंसास राइफल और बड़ी संख्या में कारतूस बरामद किये गये हैं । घटना में छह से अधिक जवान घायल हुए हैं । इनमें तीन को गया स्थित मगध मेडिकल कॉलेज में भरती कराया गया हैए जबकि अन्य को पटना के पीएमसीएच लाया गया है । इस घटना के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के से सीधे बातचीत की है । पूरे इलाके में सतर्कता बढ़ा दी गयी है । साथ ही अतिरिक्त सैन्य बलों को भी भेजा जा रहा है । सेना के जवान जंगल में गश्त कर रहे हैं। बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है ।
सोमवार रात 10 बजे तक नक्सलियों व सीआरपीएफ के जवानों के बीच मुठभेड़ जारी थी । मुठभेड़ की सूचना पर आमस थाना पहुंचे मगध डीआइजी सौरभ कुमारए एसएसपी गरिमा मलिक व अन्य पुलिस पदाधिकारी कैंप कर रहे थे । डीआइजी ने बताया कि देर रात तक दोनों ओर से मुठभेड़ हुई । उन्होंने बताया कि कुछ लोगों के मारे जाने व कुछ के घायल होने की सूचना है । शवों व घायल जवानों को हेलीकॉप्टर ;एयर एंबुलेंसद्ध से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकिए बारिश के कारण हेलीकॉप्टर लैंड नहीं कर पाया। रात 11 बजे तक घायलों को पहाड़ी से नीचे उतार कर लाया नहीं जा सका था । पता चला है कि एएसपी-अभियान मनोज कुमार यादव के नेतृत्व में सड़क मार्ग से घायलों व मारे गये नक्सलियों के शवों को लाने की कोशिश की जा रही है । प्रशासन ने आमस थाने में छह एंबुलेंस व डॉक्टरों की टीम तैनात कर रखी है। बारिश व अंधेरा होने के कारण पुलिस की परेशानी बढ़ गयी है ।
आमस-मदनपुर के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सलियों की टोह लेने पहुंची थी पुलिस
सोमवार की दोपहर आमस-मदनपुर के सीमावर्ती क्षेत्र स्थित जंगल-पहाड़ी में नक्सलियों की टोह में पहुंचे सीआरपीएफए कोबराए एसएसबी व बिहार पुलिस के जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हो गयी। पता चला है कि मुठभेड़ स्थल के आसपास पहले से 30 से अधिक की संख्या में लगाये गये लैंडमाइंस व नक्सलियों की गोलीबारी का भी सामना जवानों को करना पड़ रहा है। सोमवार की रात 11 बजे तक डीआइजी व एसएसपी घटनास्थल के पास ऑपरेशन पर लगातार नजर बनाये हुए थे और घायल जवानों व मारे गये नक्सलियों के शवों के आने का इंतजार कर रहे थे। उधरए नक्सली मुठभेड़ के मद्देनजर मगध मेडिकल कॉलेज में भी घायलों के इलाज के लिए सभी जरूरी तैयारियां की गयी हैं। मालूम हो कि सीआरपीएफ के बिहार झारखंड के तत्कालीन डीजी ने अपनी विदाई समारोह में दावा किया था कि बिहार में नक्सलियों की गतिविधियां कम हो गयी हैं।
शहीद जवानों के नाम
1.035241715 एचसी जीडी अनिल कुमार सिंह बक्सर बिहार,2.911151683 एचसी जीडी के। ओपेंद्र सिंह थाउबल मणिपुर, 3. 110712437 सीटी जीडी सिनोद कुमार आजमगढ़ उत्तर प्रदेश, 4. 105162704 सीटी जीडी रमेश कुमार होशियारपुर पंजाब, 5.145201137 सीटी जीडी दिवाकर कुमार खगड़िया बिहार, 6. 105317307 सीटी जीडी पलास मंडल साउथ देनाजपुर प. बंगाल, 7 105312189 सीटी जीडी दीपक घोष नादिया प। बंगाल, 8.095061052 सीटी जीडी मनोज कुमार बेतुल मध्य प्रदेश, 9.105262102 सीटी जीडी हरवेंद्र पनवार मुजफ्फरपुर उत्तर प्रदेश और 105130179 सीटी जीडी रवि कुमार सीवान बिहार के रहने वाले हैं ।