वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्वालय परिसर स्थित ट्रामा सेन्टर एक बार फिर मारपीट, तोड़फोड़ व आगजनी से अशान्त हो गया। ट्रामा सेंटर में बुधवार देर रात युवा चिकित्सकों और छात्रों के बीच हुई मारपीट और आगजनी के बाद गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के बीच वहां तनाव व्याप्त रहा। घटना के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर कामकाज ठप कर हड़ताल पर चले गए तो वहां मरीज और उनके परिजन बेहाल है।
बिड़ला ए हास्टल के बीए द्वितीय वर्ष का छात्र शुभम तेवतिया मंगलवार को दुर्घटना में घायल हो गया था। हालत खराब होने पर बुधवार की रात 11 बजे शुभम को लेकर उसके साथी प्रभात उपाध्याय व आयुष सिंह ट्रामा सेंटर पहुंचे। इलाज जल्द शुरू करने की बात पर छात्रों का डॉक्टर से विवाद हो गया। इसके बाद वहां डॉक्टरों ने मिलकर तीन छात्रों की जमकर पीट दिया और उन्हें बंधक बना लिया। जब यह सूचना बिड़ला छात्रावास में पहुंची तो गुस्साये छात्रों ने ट्रामा सेंटर में धावा बोल दिया और वहां तोड़फोड़ के साथ जमकर हंगामा किया। छात्रों का गुस्सा देख ट्रामा सेंटर के डॉक्टर भाग निकले।
बाद में रेजिडेंट डाक्टरों ने भी लामबन्दी कर बिड़ला छात्रावास के छात्रों के खिलाफ मोर्चा सम्भाल लिया। ड्रिप स्टैंड लेकर दर्जनों रेजिडेंट डॉक्टर भी छात्रों से भिड़ गये। इस दौरान वहां फोर्स के साथ पहुंचे डीएम विजय किरण आनंद, एसएसपी आकाश कुलहरि ने दोनो पक्षों को कड़ी मशक्कत के बाद समझाकर शांत कराया। इसके बाद घायल साथियों को लेकर छात्र सरसुंदरलाल अस्पताल पहुंचे। इमरजेंसी में घायलों को भर्ती कराने के बाद छात्रों ने फिर धनवंतरि छात्रावास पहुंचकर रेजिडेंट डॉक्टरों की 30 बाइक में तोड़फोड़ की और उन्हें आग के हवाले कर दिया। छात्रो के हिंसक बवाल पर भारी फोर्स वहां बुला ली गई।
इस सम्बन्ध में विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि उपद्रवियों की पहचान हो गई है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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