कानपुर । भाजपा ने जहां रूमा में बूथ सम्मेलन के जरिए यूपी चुनाव की हुंकार भरी थी, वहीं कांग्रेस ने वीरेंद्र स्वरूप पार्क से ब्राह्मण चेतना के बैनर चले ब्राह्मण का सम्मेलन कर यूपी चुनाव का अगाज कर दिया है। सम्मेलन में कानपुर, बुंदेलखंड, इटावा, कन्नौज, फर्रूखाबाद, मैनपुरी फतेहपुर जिलों के हजारों की संख्या में ब्राह्मण पहुंचे।
इस दौरान ब्राह्मण चेतना परिषद के अध्यक्ष व कांग्रेसी नेता विष्णु अवतार चतुर्वेदी ने संबोधन में कहा कि यूपी में ब्राह्मण की हालत बहुत खराब है और इसके पीछे राजनीतिक दल जिम्मेदार हैं। ब्राह्मण ने 2007 में बसपा को मत दिया, तो वहीं 2012 में सपा को लखनऊ की कुर्सी में बिठाया। पिछले 27 साल के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो सबसे ज्यादा शोषण ब्राह्मण को हुआ है। ब्राह्मण आज की तारीख में वोटों की राजनीति के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। 2017 में जो दल हमारी बात करेगा, मत उसी को मिलेगा।
14 फीसदी मत फिर भी पिछड़ते जा रहे हम कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरप्रकाश अग्नहोत्री ने कहा कि यूपी में ब्राह्मण मतदाता की संख्या करीब 14 फीसदी होने के बावजूद इन्हें उपेक्षा का शिकार होना पड़ रहा है। जहां पहले प्राथमिक, माध्यमिक, सहित अन्य सरकारी नौकरियों में ब्राह्मण कर्मचारी मिला करते थे, लेकिन वर्तमान में कुछ सरकारी विभाग में ब्राह्मण कर्मी मिल जाए तो बहुत बड़ी बात है।
तब क्यों नहीं याद आए ब्राह्मण ब्राह्मण चेतना परिषद के अध्यक्ष विष्णु अवतार चतुर्वेदी ने बताया कि यह पूरी तरह से गैर राजनीतिक सम्मेलन है। इसमें हमने सभी ब्राह्मण ों को आमंत्रण दिया था। राजनीतिक दलों से जुड़े हमारे ब्राह्मण समाज के कई नेता आए हैं। वहीं राजनीतिक गलियारों से खबरे छन कर सामने आ रही हैं, उसके मुताबिक सम्मेलन के जरिए कांग्रेस ब्राह्मण मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के फिराक में है।
पूर्व भाजपा सांसद श्याम बिहारी मिश्रा ने कहा कि यह सम्मेलन ब्राह्मण ों का नहीं, बल्कि कांग्रेसियों का है। कांग्रेस की सरकार लगातार 10 साल तक केंद्र की सत्ता पर विराजमान रही है। इतने सालों में कांग्रेसी बताएं कि अभी तक कितने ब्राह्मण ों को रोजगार दिया, शोषण रोका। यूपीए के घटक दलों की सरकारें यूपी में रहीं, बावजूद विकास क्यों नहीं किया गया। 2017 का चुनाव की आहट देख कांग्रेसी ब्राह्मण ों का बरगला रहे हैं, लेकिन उनके यह सपने पूरे नहीं होने वाले।
ब्राह्मण जनप्रतिनिधियों ने काटी कन्नी ब्राह्मण सम्मेलन में जहां भाजपा पूरी तरह से शाम तक दूर रही, वहीं सपा, बसपा सहित अन्य दलों के ब्राह्मण जनप्रतिनिधि नदारद रहे। सपा विधायक मुनीन्द्र शुक्ला ने कहा कि पहले जो जानकारी मिली थी, उसमें बताया गया था कि यह गैर राजनीतिक ब्राह्मण सम्मेलन है, लेकिन कांग्रेस ने इसे हाईजैक कर लिया है। फिर भी अगर समय मिलता है तो हम वहां जरूर जाएंगे। वहीं सांसद मुरली मनोहर जोशी के पीआरओ ने बताया कि सांसद जी शाम को शहर में होंगे, लेकिन ब्राह्मण सम्मेलन में भाग लेने के बारे में उन्होंने हमें कोई जानकारी नहीं दी।