पटना। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पाण्डेय ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश का कानून का राज का दावा जनता को सरासर धोखा देने वाला है । बड़े भाई के दबाव में काम कर रहे नीतीश कुमार अपराध नियंत्रण के मुद्दे पर बिल्कुल असहाय और लाचार साबित हो रहे हैं।
मंगल पाण्डेय ने गुरुवार को यहां कहा कि अपराध नियंत्रण और दुर्दांत अपराधियों पर नकेल कसने की पोल उसी वक्त खुल गयी जब मो. शहाबुद्दीन की रिहाई के बाद भागलपुर से सीवान तक निकली सैकड़ों गाड़ियों की शाही बारात टौल टैक्स पर बगैर कर चुकाये आराम से निकल गयी । सीवान में आतिशबाजी के नाम पर धमाकों की गूंज रही । जेल से रिहाई के पीछे की कथा सूबे की जनता अच्छी तरह जानती है, क्योंकि इस प्रकरण पर बड़े भाई लालू प्रसाद यादव की जुबान अब तक बंद है, जिन कमजोरियों से मो. शहाबुद्दीन को जेल से रिहा होने का मार्ग प्रशस्त हुआ उस पर सुप्रीम कोर्ट की राज्य सरकार को लगी फटकार से नीतीश कुमार की आंखे खुल जानी चाहिए ।
श्री पाण्डेय ने कहा कि महागठबंधन के दबाव में काम कर रहे नीतीश कुमार की इच्छाशक्ति पूरी तरह मृतप्राय हो चुकी है और वे सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने के लिए अधिक विधायकों वाली पार्टी के नेता के शरणागत हैं। आखिर क्या कारण है कि पूर्व में एक दर्जन से अधिक माननीयों की करतूतों पर मुख्यमंत्री चुप्पी साधे रहे । चलती ट्रेन में महिला यात्री के साथ छेड़खानी, थाना से जदयू सांसद की मौजूदगी में छुड़ा ले जाना, नाबालिक बालिका के साथ माननीय द्वारा दुष्कर्म, विवाह की नीयत से विधायक द्वारा लड़की को उड़ा ले जाना, विधायक के घर शराब की बरामदगी, विधायक पुत्र द्वारा गया में डॉक्टर को दौड़ा-दौड़ा कर पिटाई करना जैसे एक नहीं अनेक मामले हैं जो कानून का राज के दावे की धज्जियां उड़ाते हैं । नीतीश जी ! पिंजरे में बंद रटंतू तोता की तरह आप कब तक कानून का राज का दावा करते रहेंगे ?