पुलिस पूछताछ में यह भी पता चला कि भय्यू महाराज सोमवार को इंदौर से महाराष्ट्र जाने के लिए निकले थे। सेंधवा पहुंचते ही उनके मोबाइल पर बार-बार फोन आने लगे। फोन आते ही वाहन में मौजूद लोगों को उतारकर उन्होंने अकेले में बात की थी। ऐसा सेंधवा पहुंचने के दौरान कई बार हुआ। आखिर सेंधवा से ही वे लौट आए। मंगलवार को पुलिस ने भय्यू महाराज के साथ महाराष्ट्र जा रहे लोगों से भी अलग-अलग पूछताछ की। सभी ने इस बात से अनभिज्ञता जाहिर की कि फोन किसके आ रहे थे। अब पुलिस इसकी जांच कर रही है।
रेस्टॉरेंट पहुंचे थे भय्यू महाराज
भय्यू महाराज सोमवार दोपहर राऊ और महू के बीच स्थित रेस्टॉरेंट पहुंचे थे। रेस्टॉरेंट के सीसीटीवी फुटेज में वे वाहन से उतरकर भीतर गए। उनके अनुयायियों ने रेस्टॉरेंट की कुर्सी पर साथ लाया आसन बिछाया। कुछ देर में एक महिला (संभवत: आयुषी, फुटेज में चेहरा स्पष्ट नजर नहीं आ रहा है) भी पहुंची। दोनों अलग-अलग वाहन से रेस्टोरेंट पहुंचे थे। कुछ देर वहां रुके, उनके बीच बातचीत भी हुई। बाद में दोनों रवाना हो गए।
पुणे शिफ्ट हो गई थी पहली पत्नी
महाराज के पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक भय्यू महाराज की पहली पत्नी माधवी को महाराज का सार्वजनिक जीवन पसंद नहीं था, वे चाहती थीं कि महाराज एक आम व्यक्ति की तरह उनके साथ जीवन बिताएं, लेकिन जैसे-जैसे महाराज की ख्याति बढ़ी, दोनों के वैवाहिक जीवन में दूरियां बढ़ती गईं।
भय्यू महाराज ने माधवी के लिए पलासिया में एक बुटिक भी खोला और एक फ्लैट भी लेकर दिया, लेकिन माधवी खुद को अकेला महसूस करती थीं। बाद में बेटी की पढ़ाई के कारण वे पुणे शिफ्ट हो गईं और तीन साल पहले दिल का दौरा पड़ने से पुणे में ही उनकी मौत हो गई।