नई दिल्ली: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को दावा किया कि 2019 का लोकसभा चुनाव बीजेपी जीतेगी और 2019 के बाद 50 साल तक पार्टी को हराने वाला कोई नहीं होगा. बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक के दूसरे एवं अंतिम दिन अमित शाह के संबोधन की जानकारी देते हुए कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री समेत पार्टी नेताओं ने जरा भी विश्राम नहीं किया है.
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी 300 लोकसभा क्षेत्रों में गए और चुनाव को छोड़ दें तो वे इस दौरान 100 लोकसभा क्षेत्रों में सरकारी कार्यक्रमों में गए. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले वे शेष संसदीय क्षेत्रों में भी जाएंगे. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ जहां हमारे प्रधानमंत्री इतनी मेहनत कर रहे हैं तब 2019 का चुनाव तो हम जीतेंगे ही. 2019 के बाद 50 साल तक हमें कोई हटाने वाला नहीं होगा.’’
रविशंकर प्रसाद ने बताया कि अमित शाह ने अपने इस संदर्भ में कांग्रेस से तुलना करते हुए कहा कि 1947 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद कई दशकों तक उसे कोई चुनौती देने वाला नहीं था. शाह ने कहा कि देश की राजनीति बदल रही है और देश काम के प्रदर्शन और उम्मीदों के साथ आगे बढ़ रहा है. बीजेपी अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि पार्टी को 22 करोड़ परिवारों से सम्पर्क करना है और एक परिवार में अगर 4..5 लोग हों, तब एक प्रकार से पूरा देश शामिल हो जाएगा. उन्होंने कहा कि पार्टी के पास 9 करोड़ कार्यकर्ताओं का कार्पस है जिसमें फोन नंबर, मोबाइल नंबर, पता है और इसके माध्यम से लोगों से प्रभावी ढंग से जुड़ा जाएगा.
उधर, अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव का रुख तय करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘अजेय भारत, अटल बीजेपी’ का नारा दिया और कहा कि 2019 के चुनाव में बीजेपी को कोई चुनौती नजर नहीं आती क्योंकि पार्टी सत्ता को कुर्सी के रूप में नहीं देखती बल्कि सत्ता को जनता के बीच में काम करने का उपकरण समझती है. केंद्रीय मंत्री रविशंकार प्रसाद ने राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक के दूसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी के समापन संबोधन के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात में बीजेपी दो दशकों से अधित समय से सत्ता में हैं क्योंकि पार्टी सत्ता को सेवा करने का साधन मानती है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हम सत्ता को कुर्सी के रूप में नहीं देखते बल्कि सत्ता को जनता के बीच में काम करने का उपकरण समझते हैं.” विपक्ष के महागठबंधन की अवधारणा को लेकर मोदी ने विपक्ष पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा, “जो लोग एक दूसरे को देख नहीं सकते, एक साथ चल नहीं सकते, आज वो गले लगने को मजबूर हैं क्योंकि पार्टी की लोकप्रियता बढ़ी है और काम की स्वीकार्यता बढ़ी है.” प्रधानमंत्री ने 2019 के लोकसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए कहा, “हमें चुनौती कहीं नजर नहीं आती.”
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