दुनिया के अधिकतर देश पर्यटकों को लुभाने के लिए हर प्रकार के प्रयास करते हैं। देश की अर्थव्यवस्था को इससे फायदा होता है। अगर बात अमेरिका की करें तो भारत आने वाले इन पर्यटकों की संख्या में साल 2017 में 7 फीसदी की कमी आई है। अमेरिकी कॉमर्स विभाग नेशनल ट्रैवल एंड ट्रेड ऑफिस (एनटीटीओ) ने ये आंकड़े जारी किए हैं।
इसके तहत विभाग ने एक लिस्ट जारी की है। इसमें अमेरिकी नागरिकों द्वारा घूमने जाने वाले 15 देशों के नाम हैं। इसमें भारत अकेला ऐसा बड़ा देश है, जहां पर्यटकों की संख्या में कमी आई है। अमेरिकी नागरिक भारत की यात्रा के लिए 2016 के मुकाबले 2017 में कम आए हैं। वहीं लिस्ट में 15वें नंबर पर कोस्टा रीका का नाम है।
एनटीटीओ के डाटा के मुताबिक 2017 में 3.8 करोड़ अमेरिकी नागरिकों ने विदेश यात्रा की है। इसमें कनाडा और मैक्सिको को शामिल नहीं किया गया है। यह आंकड़ा 2016 में 3.5 करोड़ था।
वहीं भारत घूमने आने वाले अमेरिकी नागरिकों की संख्या में 2016 के मुकाबले 2017 में 7 फीसदी की कमी आई है। 2016 में 11.95 लाख अमेरिकी नागरिकों ने भारत की यात्रा की।
वहीं 2017 में 11.11 लाख अमेरिकी लोगों ने भारत की यात्रा की। आंकड़ों से पता चलता है कि विदेश यात्रा करने के मामले में अमेरिकियों की संख्या तो बढ़ी है, लेकिन भारत आने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है।
इस मामले पर ट्रैवल पोर्टल यात्रा के सीईओ शरत ढल का कहना है कि इसके पीछे कारण हो सकता है 2017 में रुपये का मजबूत होना। जिस कारण अमेरिकियों को भारत अन्य देशों के मुकाबले महंगा लगा हो, इसलिए उन्होंने दूसरे देशों में जाना सस्ता समझा होगा।
वहीं 2016 में रुपये-डॉलर एक्सचेंज रेट 67-68 रुपये था। वहीं 2017 में यह 64 रुपये पर पहुंच गया। एशिया के देशों की यात्रा के मामले में अमेरिकियों की पहली पसंद है चीन।
दूसरे नंबर पर आता है जापान और तीसरे स्थान पर आता है भारत। वहीं अमेरिकियों के विदेशों में यात्रा के मामले में सबसे ऊपर ब्रिटेन, फ्रांस और स्पेन हैं।