2013 कुंभ मेला में मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर जंक्शन रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में कइयों की मौत हो गई थी। रेलवे प्रशासन ने उससे सबक लेते हुए ट्रेनों का नियमित परिचालन करने, भीड़ को बाहर रोकने के साथ हर प्लेटफार्म का जिम्मा एक अधिकारी को सौंपने का निर्णय लिया है। अधिकारी 24 घंटे प्लेटफार्म की हर गतिविधियों पर पैनी नजर रखेंगे।
रेल अधिकारियों के साथ संपर्क में रहकर वह ट्रेनों का नियमित परिचालन कराएंगे। वहीं जीआरपी व आरपीएफ के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करेंगे। भीड़ अधिक होने पर मोबाइल से कॉल करके रेलवे कंट्रोल रूम को सूचित करेंगे जिससे ट्रेनों का परिचालन जल्द होगा। वहीं बाहर से आने वाली भीड़ को अंदर आने से रोका जाएगा। उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी गौरवकृष्ण बंसल का कहना है कि भीड़ का उचित प्रबंधन करने के लिए अफसरों को प्लेटफार्म पर लगाने का निर्णय हुआ है। स्नान पर्वो पर रहेगी व्यवस्था :
कुंभ मेला में स्नान पर्वो के दो दिन पहले व दो दिन बाद तक प्लेटफार्मो पर अधिकारियों की तैनाती रहेगी। एक अधिकारी को आठ घंटे मुस्तैद रहना होगा। ऐसे में 24 घंटे में तीन अधिकारी एक प्लेटफार्म पर ड्यूटी करेंगे। इस दौरान अगर कोई गड़बड़ी होती है तो उसकी जिम्मेदारी उन्हीं के ऊपर होगी। अभी तक प्लेटफार्मो पर कोई अफसर नहीं रहता था, सिर्फ जीआरपी व आरपीएफ के चंद जवान कहीं-कहीं लगाए जाते थे। वालंटियर भी रहेंगे तैनात :
स्नान पर्वो पर प्लेटफार्मो एवं स्टेशन परिसर के बाहर वालंटियर तैनात रहेंगे। वह यात्रियों से मिलकर उनके गंतव्य की जानकारी लेंगे। जिन श्रद्धालुओं की ट्रेन जल्द आएगी वालंटियर उन्हें अंदर भेजेंगे। जबकि विलंब से आने वाली ट्रेनों के यात्रियों को बाहर बने आश्रयस्थल पर रोक लिया जाएगा। अलग-अलग होंगे द्वार :
कुंभ में श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए विशेष ट्रेनें भी चलेंगी। इससे रिजर्वेशन कराकर यात्रा करने वाले लोगों को दिक्कत न हो उस दिशा में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए विशेष ट्रेनों एवं रिजर्वेशन कराकर यात्रा करने वाले लोगों के लिए अलग-अलग गेट बनेगा, जिसके जरिए उनके बैठने व ट्रेन में चढ़ने का विशेष प्रबंध किया जाएगा। कुंभ मेला के स्नान पर्वो पर ट्रेनों का नियमित परिचालन करने के साथ भीड़ का उचित प्रबंधन करना जरूरी होता है। हमारा प्रयास है कि प्लेटफार्म पर अधिक भीड़ एकत्रित न हो, न वहां कोई अप्रिय घटना घटे। इसके मद्देनजर हर प्लेटफार्म की निगरानी अफसरों से कराई जाएगी