गुवाहाटी। असम की राजधानी गुवाहाटी स्थित दक्षिण शरणिया के हेमगिरी पथ में आज गुरुवार की सुबह हुए भू-स्खलन में एक मंदिर के पुजारी की मौत हो गई। भू-स्खलन के चलते हेमगिरी पथ में आवाजाही पूरी तरह से बाधित हो गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि 33 कोटी मंदिर के पुजारी मानिक चंद्र राभा आज सुबह पूजा करने के लिए फूल लेने निकले थे, इसी बीच पहाड़ का बड़ा हिस्सा खिसकर नीचे आ गिरा। पहाड़ी मिट्टी में पुजारी राभा दब गए। आरंभ में लोगों को लगा कि वे शायद बच गए हैं, जबकि कुछ लोगों का कहना था कि वे मिट्टी में दब गए हैं। स्थानीय लोगों व एसडीआरएफ की टीम ने काफी मेहनत के बाद मिट्टी हटा कर राभा को मृत अवस्था में बरामद किया गया। इस घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। भू-स्खलन के चलते हेमगिरी पथ में मिट्टी व पत्थरों के अलावा पेड़ भी गिर पड़े हैं। वहीं बिजली का ट्रांसफार्मर भी पलट गया है। इलाके में बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है। ज्ञात हो कि राजधानी के 18 पहाड़ों पर बरसात के दिनों में भू-स्खलन की आशंका बनी रहती है। कारण लोगों ने ऊंचाई वाले इलाकों में पहाड़ों की गलत तरीके से कटाई कर मकान बना लिया है। प्रतिवर्ष गुवाहाटी में भू-स्खलन की घटनाएं देखने को मिलती हैं। कुछ दिन पहले राजधानी के बाहरी इलाके जोराबाट में हुए भू-स्खलन में दो की मौत हो गई थी, जबकि दो व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
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