रायपुर। राजधानी रायपुर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाने जोरदार तैयारियां चल रही है। शहर के बाजारों में भी त्योहारी रौनक बनी हुई है। बाजार में बालगोपाल के श्रृंगार सामग्रियों के अलावा पूजन सामग्रियों की बिक्री इन दिनों खूब हो रही है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व देश भर में 25 अगस्त को धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। गोविंदाओं की टोलियों के साथ ही आमजनों में भी जन्माष्टमी पर्व का उत्साह अभी से देखा जा रहा है। शहर के अधिकांश राधा-कृष्ण मंदिरों में जन्माष्टमी पर्व की तैयारियां इन दिनों जोरों पर है। मंदिरों में अष्टमी पर्व के लिए विशेष पूजन की तैयारियां चल रही है।
वहीं मंदिरों में आकर्षक विद्युत सज्जा की जा रही है। बाजार में बालगोपाल की मनभावन प्रतिमाएं भी आ चुकी है। शहर के गोलबाजार, मालवीय रोड सहित बंजारी रोड की दुकानें में बालगोपाल के श्रृंगार सामग्रियों की पूरी रेंज उपलब्ध है, इसके अलावा सजावटी सामानों, रंग-बिरंगी झालरों, मोर पंख, बांसुरी, झूला आदि की बिक्री भी काफी बढ़ गई है। जन्माष्टमी के अवसर पर दही-हांडी लूट का भी आयोजन होगा। इसके लिए जहां गोविंदाओं की टोलियों में खासा उत्साह देखा जा रहा है तो वहीं बाजार में मिट्टी के छोटे मटकों की भी जमकर मांग बन गई है। इससे कुम्हार परिवारों के चेहरे खिले हुए हैं। शहर के अधिकांश इलाकों में 25 और 26 अगस्त को दही-हांडी लूट प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इधर शहर के ईस्कान मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व को लेकर विशेष तैयारी चल रही है। मंदिर को सजाने का काम जारी है, वहीं पर्व के दिन यहां विशेष पूजा-पाठ का आयोजन किया गया है। शहर के प्राचीन दूधाधारी मंदिर, जैतूसाव मठ में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाने तैयारियां चल रही है। इन प्राचीन मंदिरों में मध्य रात्रि को भगवान का जन्मोत्सव पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। दूधाधारी मंदिर में भगवान का पूर्ण श्रृंगार का विशेष आरती की जाती है, इसके पश्चात अगले दिन सुबह प्रसाद का वितरण किया जाता है। बहरहाल शहर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व की खुमारी अभी से सिर चढक़र बोलने लगी है।