मध्य प्रदेश की हौशंगाबाद विधानसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है. डॉ. सीता शरण यहां की विधायक हैं. 2008 में भी बीजेपी को इस सीट पर जीत हासिल हुई थी. अब एक बार फिर बीजेपी 2008 और 2013 के प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश में है.
यह सीएम शिवराज सिंह चौहान के घरेलू क्षेत्र बुदनी के पास की विधानसभा सीट है. यहां पर ब्राह्मण, कुर्मी और एससी वोटर की संख्या है जो चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इनकी संख्या करीब 95 हजार है.
इस सीट पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है. बीजेपी की डॉ. सीता शरण विधायक हैं. उन्होंने 2013 के चुनाव में कांग्रेस के रवि किशोर जयसवाल को हराया था. सीता शरण को 91760 वोट मिले थे, तो वहीं रवि किशोर को 42464 वोट मिले थे. यानी कि सीता शरण ने 49 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी.
2008 के चुनाव में भी बीजेपी को जीत मिली थी, लेकिन इस बार उसका उम्मीदवार कोई और था. बीजेपी ने गिरजा शंकर शर्मा को मैदान में उतार था और उन्होंने कांग्रेस के विजय दुबे को हराया था. गिरजा शंकर को 54523 वोट मिले थे, तो वहीं विजय दुबे को 29203 वोट मिले थे. दोनों के बीच हार जीत का अंतर 25 हजार से ज्यादा वोटों का था.
इस सीट पर आम आदमी पार्टी और बसपा बीजेपी और कांग्रेस का वोट काटने का काम कर सकती हैं. हौशंगाबाद नगर रेत उत्खनन को लेकर खासा चर्चा में रहता है. यहां अवैध रेत उत्खनन को लेकर हमेशा ही राजनीतिक खींचतान मची रहती है. आगामी विधानसभा चुनाव में अवैध रेत उत्खनन का मुद्दा हौशंगाबाद विधानसभा सीट पर अपना प्रभाव दिखा सकता है. कांग्रेस इस मुद्दे के सहारे यहां पर चुनाव जीत की आस लगाए बैठी है.
मध्य प्रदेश में कुल 231 विधानसभा सीटें हैं. 230 सीटों पर चुनाव होते हैं जबकि एक सदस्य को मनोनीत किया जाता है. 2013 के चुनाव में बीजेपी को 165, कांग्रेस को 58, बसपा को 4 और अन्य को तीन सीटें मिली थीं.
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