नई दिल्ली। मध्यप्रदेश पर्यटन के लिए शनिवार का का दिन महत्वपूर्ण रहा। दरअसल, भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने मध्यप्रदेश को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्टेट के राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा है। नई-दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में पर्यटन के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिये गरिमापूर्ण राष्ट्रीय अवार्ड वितरण समारोह में मध्यप्रदेश को पर्यटन के लिये एक साथ प्रतिष्ठित 5 अवार्ड एक साथ मिले। इनमें बेस्ट टूरिज्म स्टेट का राष्ट्रीय अवार्ड शामिल है।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन एवं केन्द्रीय पर्यटन तथा संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेश शर्मा द्वारा प्रदेश के पर्यटन तथा संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेन्द्र पटवा, निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक, निगम के प्रबंध संचाल्की हरि रंजन राव एवं अपर प्रबंध संचालक तन्वी सुन्द्रियाल को अवार्ड प्रदान किया गया। पुरस्कार के रूप में ट्राफी और प्रशस्ति-पत्र दिया गया। इसके अलावा मध्यप्रदेश को दो अन्य पर्यटन पुरस्कार से भी नवाजा गया। दिव्यांगों के अनुकूल श्रेष्ठ स्मारक अमरकंटक के लिए भी प्रदेश को पुरस्कृत किया गया। साथ ही भोपाल को श्रेष्ठ विरासत की सैर के लिए विकसित करने के लिए संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया। बेस्ट टूरिस्ट गाइड के लिये जीवन ज्योति पटेरिया को अवार्ड प्रदान किया गया।
मध्यप्रदेश में ऐतिहासिक विरासत, धार्मिक स्थल, ईको टूरिज्म, राष्ट्रीय उद्यान आदि पर्यटन स्थल किसी भी पर्यटक को मंत्रमुग्ध करने की क्षमता रखते हैं और साथ ही आल्हादित कर देते हैं। पर्यटन विभाग ने अमरकंटक मंदिरों को दिव्यांगों के अनुकूल विकसित किया है। इसके अंतर्गत व्हील चेयर, ब्रेल लिपि के नोटिस बोर्ड और दिशा निर्देश के साथ मंदिरों का साहित्य उपलब्ध करवाने के साथ इनके अनुकूल शौचालय विकसित कर पथ निर्मित किये गये हैं। श्रेष्ठ विरासत की सैर के लिए भोपाल में कई पथ विकसित किये गये हैं। इसके अंतर्गत भोपाल की वास्तुकला के इतिहास को दर्शाया गया है। पहला पथ कमलापति महल से शुरू होकर अपरलेक से होते हुए सूफी मस्जिद और सदर मंजिल की तरफ जाता है और दूसरा पथ ताजुल मस्जिद के इतिहास को दर्शाता है। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश पर्यटन को लगातार दूसरे साल पर्यटन के क्षेत्र में राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त हुए हैं। पिछले वर्ष मध्यप्रदेश पर्यटन को 6 राष्ट्रीय अवार्ड सहित अन्य अवार्ड प्राप्त हुए थे।