आजमगढ। मिशन 2017 को फतह की तैयारी में जुटी बसपा सुप्रीमो मायावती 28 अगस्त को आजमगढ़ में चुनावी बिगुल फूंकेंगी। सपा और बसपा में आजमगढ़ से चुनावनी बिगुल फूंकने की जल्दी रहती है। जिस पार्टी ने चुनावी बिगुल पहले फूंका, उसे जनता ने प्यार के रूप में सर्वाधिक सीटें दीं। पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में उन्हें सफल किया। इस साल बसपा ने 28 अगस्त को चुनावी बिगल फूंकने का आगाज कर बाजी मार ली है।
गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव ने आजमगढ़ से ही चुनावी बिगुल फूंकने की बात कहते रहे हैं, लेकिन उनके आने की तिथि अब तक निर्धारित नहीं हो सकी और मायावती के कार्यकर्ता कार्यक्रम सफल करने में जुटे हैं। ऐसे में सपा के कार्यकर्ताओं का गिरा मनोबल उन्हें भविष्य में खड़ा होने में दिक्कतें पैदा करेगा।
वर्ष 2012 में श्री सिंह ने इसी जिले के आईटीआई मैदान से चुनाव अभियन का श्रीगणेश किया था। जिसके बाद उनकी पार्टी को जिले में न केवल दस में से नौ सीटें मिली थीं, बल्कि पूर्ण बहुमत के साथ सपा सत्ता हथियाने में सफल हुई थी।
वर्ष 2007 में भी मुलायम सिंह यादव ने आईटीआई मैदान से चुनावी सभा की शुरूआत करनी चाही थी लेकिन सभा के दिन जोरदार बरसात होने से सभा में नहीं पहुंच सके थे और चुनाव परिणाम हाथ से निकल गया था। सपा का महज चार सीट पर संतोष करना पड़ा जबकि उसकी प्रतिद्वंद्वी पार्टी बसपा ने 6 सीटें हासिल कर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया था।
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