बहराइच। घाघरा नदी अभी भी बहराइच में एल्गिन ब्रिज पर खके निशान से 40 सेमी ऊपर बह रही है। इसके साथ ही कटान अचानक तेज हो गई है। शनिवार को महसी क्षेत्र के गोलागंज और कायमपुर में छह अशियाने कटान में समाहित हुए हैं। वहीं 55 बीघा खेती योग्य जमीन भी नदी ने लील ली है। कटान से ग्रामीणों में हड़कंप है। लेकिन कटान रोकने के कोई उपाय नहीं किये गये हैं। वर्षा का क्रम तराई में थमा जरूर है, लेकिन घाघरा नदी का कहर जारी है। एल्गिन ब्रिज पर नदी खतरे के निशान से शनिवार को भी 40 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। केंद्रीय जलायोग संस्थान घाघराघाट के मापक जगदीश साहनी ने बताया कि रात में जलस्तर में तेजी से गिरावट हुई। लेकिन सुबह से जलस्तर फिर स्थिर हो गया है। उधर महसी के गोलागंज और टेपरी गांव में कटान तेज हो गई है। गोलागंज निवासी मथुरा, रामजियावन, बाबूलाल, बिंद्रा समेत छह ग्रामीणों के मकानों को नदी ने कटान करते हुए रात में लहरों में समाहित कर लिया है। उधर खेती योग्य जमीन भी कट रही है। कायमपुर और गोलागंज के निकट ५५ बीघा खेती योग्य जमीन नदी में समाहित हुई है।