मेरठ। शताब्दी नगर में नए कानून के तहत मुआवजे की मांग को लेकर सैकड़ों किसान फिर से पानी की टंकी पर चढ़ गए। इससे एमडीए और प्रशासन में हड़कंप मच गया। एमडीए अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर किसानों को किसी तरह से समझाया और मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।मंगलवार को परतापुर थाना क्षेत्र स्थित एमडीए की आवासीय योजना शताब्दीनगर में अधिग्रहित भूमि के लिए किसानों ने नए सिरे से मुआवजे का आंदोलन छेड़ दिया। नई भूमि अधिग्रहण नीति के तहत मुआवजे की मांग को लेकर सैकडों ग्रामीण पानी की टंकी पर चढ गए। किसान नेता विजयपाल घोपला के नेतृत्व में किसानों ने जमकर हंगामा किया। सूचना पर पुलिस-प्रशासन महकमे में हडकंप मच गया। किसानों ने एमडीए अफसरों पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कई बार आश्वासन देने के बाद भी एमडीए के अधिकारियों ने अभी तक मुआवजे को लेकर कोई घोषणा नहीं की है। वह अपने वायदे से लगातार पलट रहे हैं। इस बार किसान कोरे आश्वासन से नहीं मानेंगे और मुआवजा देने की ठोस नीति पर ही मानेंगे। आननफानन में एमडीए सचिव, चीफ इंजीनियर व एसपी सिटी ओमप्रकाश किसानों से वार्ता करने के लिए पहुंचे और शीघ्र मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। कई घंटे की जद्दोजहद के बाद ही किसानों ने टंकी से उतरने की हामी भरी। डीएम जगतराज का कहना है कि एमडीए अधिकारियों से वार्ता करके जल्दी ही किसानों की समस्याओं का समाधान कराया जाएगा।