रायपुर। छत्तीसगढ विधानसभा में आज राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने पुलिस पर फर्जी मुठभेड का आरोप लगाया और जमकर हंगामा मचाया। हंगामा के कारण कांग्रेस के 35 विधायकों समेत 36 विधायक निलंबित किए गए।
विधानसभा मंें आज कांंग्रेस के विधायक भूपेश बघेल, दीपक बैज और मोहन मरकाम ने दंतेवाडा जिले के बारसूर ब्लाक के हितामेटा पोटा केबिन के छात्रों की हत्या किए जाने की ओर गृह मंत्री का ध्यान आकर्षित किया।
कांग्रेस के विधायकों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पोटा केबिन के छात्रों सोनकू राम और उसके दोस्त बिजलू राम को पुलिस ने फर्जी मुठभेड में मार गिराया है।
कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने कहा कि सोनकू राम दंतेवाडा जिले के हितामेटा गांव स्थित पोटा केबिन का नियमित छात्र था। सोनकू और उसका दोस्त बिजलू अपने एक रिश्तेदार के घर एक बच्चे की मृत्यु की सूचना देने गए थे।
इस वर्ष जब 23 सिंतबर को वह अपने रिश्तेदार के घर थे तब तडके 15 पुलिसकर्मी घर में घुस गए और दोनों बालकों को मारते हुए अज्ञात स्थान पर ले गए और वहां बिना किसी जांच पडताल के गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई।
उन्होंने कहा कि दूसरे दिन पुलिस ने प्रेस वार्ता लेकर पुष्टि की कि पुलिस ने दो हथियारबंद नक्सलियों को मार गिराया है तथा मौके से हथियार और विस्फोटक बरामद किया गया है। इसके लिए पुलिस टीम को एक लाख रुपए ईनाम भी दिया गया।
बघेल ने कहा कि दिनांक 27 अक्टूबर को पुलिस अधीक्षक बस्तर के रिपोर्ट के आधार पर राज्य पुलिस ने यह स्वीकार किया है कि दोनों बच्चे मुठभेड में नहीं मरे थे बल्कि अज्ञात लोगों के द्वारा उनकी हत्या की गई है।
पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि परस्पर विरोधाभासी बयानों के कारण राज्य सरकार की विश्वसनीयता और कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।