गाजीपुर। पांच सौ-हजार की नोट को कागज के बराबर करने के बाद गाजीपुर में पीएम मोदी पूरे फॉर्म में नजर आए।
उन्होंने गाजीपुर से जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब मैं छोटा था तो लोग कहते थे कि मोदीजी कड़क चाय बनाना। कड़क चाय बनाई है। गरीब को कड़क पसंद है पर अमीर को नहीं।
कांग्रेसियों ने तो चवन्नी बंद कर दी थी। ये बात अलग है कि आपने अपनी बराबर का काम किया और मैंने अपनी बराबर का। उन्होंने आपातकाल की याद दिलाते हुए कहा कि जनता की चिंता करने वाली कांग्रेस ने 19 महीने आपातकाल लागू करके इस देश को जेलखाना बना दिया था। उस जमाने में आपकी पुलिस लोगों को उठाकर जेल ले जाती थी। आपने भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए मुझे पीएम बनाया था। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए 500 और 1000 के नोटों को बैन किया गया है। इस रैली में उन्होंने गरीबों का मनोबल बढ़ाने के साथ भ्रष्टाचारियों के मनोबल को अपने शब्दों के जरिए तोड़ा।
यूपी में बीजेपी का चुनावी शंखनाद करते हुए मोदी ने अपने भाषण में विरोधियों पर चुन चुन कर हमले किए। इशारों-इशारों में जहां मायावती को कुछ समझाया वहीं कांग्रेस को खुल्लमखुल्ला जमकर धोया।
विरोधियों पर निशाना साधते हए उन्होंने कहा कि मुझे मालूम है कि आपको तकलीफ हो रही है। आप बताइए जब आप पुताई करवाओ तो दस दिन तक गंध रहती है ना। कोई भी अच्छा काम कराओ तो तकलीफ होती ही है। बस इरादा नेक होना चाहिए। बताइए मैं ये सब भलाई के लिए ही कर रहा हूं। कुछ राजनीतिक दल बहुत परेशान हैं। अब करें क्या। कुछ ऐसे हैं जिनकी नोटों के मालाओं से मुंडी भी नहीं दिखती थी। मुझे बताइए अब सब बराबर के हो गए हैं कि नहीं।