लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर बरसते हुए हुए मायावती ने कहा, ‘‘मेरे खिलाफ हुआ मुकदमा असंवैधानिक है। संविधान के अनुच्छेद 105 के तहत सांसद को संसद में अपनी बात रखने की आजादी है। लेकिन संसद में दिए गए बयान को आधार बनाकर दयाशंकर की मां ने मुकदमा दर्ज कराया है। यह सरासर गलत है।‘‘
संसद में दिए गए बयान का पक्ष रखते हुए कहा, ‘‘105 (2) के तहत संसद के वक्तव्य पर न्यायालय में कोई मुकदमा न करने के प्रावधान का उल्लंघन है। इससे भाजपा से मिले होने के प्रदेश सरकार की मंशा उजागर हुई है।’’
मायावती ने कहा, ‘‘बीजेपी की शह पर काम कर रही सपा सरकार अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक से नहीं कर रही है। यही वजह है कि बीएसपी को मुकदमा दर्ज कराना पड़ा। 36 घंटे का समय पूरा होने के बाद दयाशंकर की गिरफ्तारी न होना भी सपा-भाजपा के मिलीभगत का प्रमाण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब बीएसपी यह समझ गई है कि दयाशंकर की गिरफ्तारी नहीं होने वाली है। इसलिए धरना करने का कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है और प्रदेश में ‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय’ रैलियां करने का निर्णय लिया है।’’