लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गुजरात के ‘गधे’ पर राजनीति थम नहीं रही है। गुरुवार को बहराइच और बस्ती में पीएम नरेंद्र मोदी ने विजय शंखनाद रैली में सीएम अखिलेश यादव पर गधे वाली टिप्पणी को लेकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि अखिलेश को अब गधों से डर लगने लगा है। कई सौ किलोमीटर दूर के गधे से डरने लगे हैं। जातिवादी राजनीति की आदत के कारण वो जानवरों में भी ‘ऊंच-नीच’ देखते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं तो गधे से भी प्रेरणा लेता हूं।’
गधे से भी प्रेरणा लेता हूं :
मोदी ने कहा कि गधा अपने मालिक के प्रति वफादार होता है। गधा कम खर्चे वाला होता है, मालिक जो काम कराए उसे किसी भी हालत कितना भी थका, भूखा हो जरूर करता है। उसके उपर चीनी लदा है या चूना, इसका भेदभाव नहीं करता, चुपचाप अपना काम करते जाता है। मैं भी जनता को मालिक मानता हूं और जनता का काम गधे से प्रेरणा लेकर करता हूं।’ उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में चारों ओर भारतीय जनता पार्टी की आंधी दिखाई दे रही है। उत्तर प्रदेश की जनता भावी पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित करने के लिए कमल खिलाने में लगी है।
सीएम 5 वर्षों के कार्यों का उत्तर नहीं दे रहे :
मोदी के अनुसार यूपी के मुख्यमंत्री अपने पांच वर्षों के कार्यों का उत्तर नहीं दे रहे हैं और अब भी बिना संकोच और शर्म के बोल रहे हैं कि काम बोलता है। सपा-कांग्रेस गठबंधन पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता किसी भी अवसरवादी गठबंधन को स्वीकार करने वाली नहीं है। लगे हाथ प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के निगम चुनावों का भी जिक्र कर दिया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के भी नतीजे आ रहे हैं और उसमें कांग्रेस नजर नहीं आ रही है। मोदी ने कहा कि यूपी को 27 साल बेहाल करने वाले और ‘27 साल यूपी बेहाल’ कहने वाले दोनों मिल गए हैं।
किसानों का बकाया नहीं चुकाया :
प्रधानमंत्री ने कहा कि गन्ना किसानों की हालत यहां बदतर हो गई। चीनी कारखाने वालों ने यहां के किसानों का बकाया नहीं चुकाया है। ब्रह्मा जी से जुड़ा बहराइच आज खनन माफिया, भू-माफिया, खदान माफिया और रेत माफियाओं के नाम से जाना जाने लगा है।
उधर, बस्ती के राजकीय पालीटेक्निक के मैदान में भारी भीड़ देखकर प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता का उत्साह देखकर ऐसा लग रहा है कि लोग अभी से विजय उत्सव मनाने में लग गए हैं। मोदी ने कहा कि प्रदेश की सपा सरकार ने बाहुबलियों को बढ़ावा दिया है। अपहरण, अपराध एवं खनन उद्योग यहां के मुख्य उद्योग बन गए हैं। नौजवानों को रोजगार नहीं मिल रहे हैं, यहां नौकरी के जितने कारनामे हुए उसमें इलाहाबाद हाईकोर्ट ने डंडा मारा।
उन्होंने सपा सरकार पर तंज करते हुए सवाल किया कि यह कैसी व्यवस्था कि किसी की भैंस खो जाए तो पूरी सरकार खोजने निकल जाती है, लेकिन आम जनता की कोई सुनता नहीं। यूपी सरकार गन्ना किसानों के बकाए के लिए जवाब देने को भी तैयार नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले चुनाव में मुलायम सिंह बस्ती आए थे और वादा किया था मुंडेरवा व वाल्टरगंज चीनी मिल चलाने का। क्या यह मिल चालू हुई? यदि चालू नहीं हुई तो क्या उन्हें वोट मांगने का अधिकार है? मोदी ने कहा कि हमने ऐसी फसल बीमा योजना बनाई है जिसमें यदि सारी फसल तैयार हो गई और अचानक बारिश आ गई और फसल का विनाश हो गया तो भी किसान को पैसा मिलेगा। जहां-जहां भाजपा की सरकारें हैं वहां के किसान इस योजना का लाभ ले चुके हैं। अकेला उत्तर प्रदेश है जो किसानों को 15 फीसद भी लाभ नहीं पहुंचा पाया।