लखनऊ।बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि अयोध्या में राम संग्रहालय और राम थीम पार्क के निर्माण का एलान कर भाजपा और सपा ने धर्म को चुनावी लाभ के लिए इस्तेमाल करने के अपने मंसूबो को सार्वजनिक कर दिया है।
मायावती ने कहा कि भाजपा और सपा धर्म को राजनीतिक व चुनावी लाभ से जोडकर इस्तेमाल करनेे की लगातार कोशिश कर रही हैं। प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अयोध्या में केन्द्र की भाजपा सरकार को ‘रामायण संग्रहालय’ तथा सपा सरकार को‘रामलीला थीम पार्क’ बनाने की याद आयी है मगर उन्हे आशंका है कि बजट प्रावधानों के अभाव में सरकार के ऐसे फैसले मात्र कागजी घोषणापत्र बनकर रह जायेंगे।
मायावती ने कहा कि अयोध्या को पर्यटन के लिहाज से विकसित करना अच्छी बात है, मगर चुनाव के निकट आते ही मोदी सरकार को अयोध्या में ‘रामायण संग्रहालय’ बनाने की याद आना अचरज भरा है। इसी तरह चला चली की बेला में सपा सरकार ने रामलीला केन्द्र में ‘‘थीम पार्क‘’ बनाने का निर्णय लिया है। बसपा अध्यक्ष ने कहा कि केन्द्र और सपा सरकार का धर्म को चुनाव लाभ से जोडऩे का प्रयास निन्दनीय है। अगर इन दोनों सरकारों की नीयत पाक साफ होती तो यह काम पहले ही शुरू कराया जा सकता था। दोनों सरकारों को यह ध्यान देना होगा कि ऐसे निर्माणों के मामले में अयोध्या के विवादित रामजन्म भूमि प्रभावित नहीं हो, क्योंकि यह मामला उच्चतम न्यायालय में लम्बित है।
मायावती ने कहा कि मदरसा शिक्षकों का मानदेय बढाने और गरीबों को सस्ते आवास देने का सरकार का फैसला देर से लिया गया है। वास्तव में इस प्रकार के जो भी फैसले राजनीतिक और चुनावी लाभ को ध्यान में रखकर लिये जाते हैं, उनका लाभ लोगों को सही से जल्दी नहीं मिल पाता है। बसपा नेता ने कहा कि सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की होड़ सपा और भाजपा के बीच चरम पर है, जबकि पूर्व में कांग्रेस पार्टी की सरकारें भी ऐसा ही काम करती रही है। इसलिये उत्तर प्रदेश की जनता को इस प्रकार के बहकावे में नहीं आकर काफी सावधान रहने की जरुरत है।