इलाहाबाद। बिहार की तर्ज पर यूपी में भी शराब पर पाबंदी लगनी चाहिए, 2017 में यूपी के चुनावों में शराब पर पाबंदी लगाना हमारा मुख्य एजेंडा होगा। उक्त बातें बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने फूलपुर संसदीय क्षेत्र के भुलई का पूरा गांव में आयोजित मण्डलीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने सभी वादों को भूल गये हैं, अब उन्हें न तो गंगा के स्वच्छता की चिंता है और न ही देश के युवाओं को रोजगार देने की। सरकार बनने से पूर्व मोदी एफडीआई का विरोध करते थे और अब उसका समर्थन, यह सब उनका दोगलापन है। समाजवादी पार्टी को आड़े़ हाथ लेते हुए कहा कि यहां बिहार की तरह विकास नहीं हो रहा है, बल्कि यहां की सड़कें भी जर्जर पड़ी हैं और मूलभूत आवश्यकताओं की भारी कमी है। बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पूरे देश में शराब बंदी चाहते हैं और इसके लिए राज्यों के साथ-साथ प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखेंगे। उन्होंने कहा कि उनके दो वर्ष के कार्यकाल में किसानों की उपज का उचित मूल्य भी नहीं मिल पाया तो मोदी किसानों के हितैषी कैसे हो सकते है। मैने बिहार में किसानों व गरीबो के कल्याण के लिए शराब व नीलगाय पर बंदी लगाने का काम किया है। जिससे वर्तमान में वहां की जनता खुशहाल हैै। उन्होंने मांग रखी कि उ.प्र में भी बिहार की तर्ज पर नीलगाय को समाप्त किया जाये। कहा कि उ.प्र का विधानसभा चुनाव देश की सत्ता का सेमीफाइनल होगा।
यूपी में पार्टी के आगामी विधानसभा चुनाव के अभियान को तेज करने में लगे नीतीश कुमार फूलपुर के सम्मेलन के जरिए विधानसभा चुनाव के लिए अपनी जमीन तलाश कर रहे हैं। बिहार में मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलने के बाद नीतीश कुमार की नजरें अब उत्तर प्रदेश के होने वाले विधानसभा चुनावों पर है। यूपी के चुनावों में महिलाओं का वोट अपने पक्ष में करने के लिए जदयू यूपी में भी शराब पर पाबंदी लगाने का मुद्दा जोर-शोर से उठाने की तैयारी की है, जिससे महिलाओं से मिलने वाले वोटों में बढ़ोत्तरी हो।
शरद यादव ने कहा कि देश चुनौतियों से घिरा है। उत्तर प्रदेश में हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर दंगे कराये जा रहे हैं। इसी कारण सांप्रदायिक ताकतों को हराने के लिए मुलायम सिंह से हाथ मिलाया, लेकिन वह हमें छोड़कर चले गये। अंत में कहा कि बिहार से भाजपा को खदेड़ दिया अब उ.प्र से उसे खदेड़ेगें।
26 को साझा करेंगे मंच नीतीश-
यूपी विधान सभा के चुनाव को लेकर नीलगाय व शराब के मुद्दे को लेकर अभियान तेज करेंगे और वह 26 को लखनऊ में आयोजित होने वाली आर.के.चैधरी के साथ खड़े नजर आयेंगे।