भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता और गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लोगों का पलायन बेहद चिंताजनक है. यदि वहां से ऐसे ही लोगों का पलायन होता रहा तो कश्मीर बनने में देर नहीं लगेगी.
अखिलेश सरकार पर बरसते ही आदित्यनाथ ने कहा कि सपा सरकार पूरी तरह भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. समाजवादी पार्टी ने सरकार बनते ही सबसे पहले आतंकी घटनाओं के जिम्मेदार लोगों के केस वापस ले लिए थे. इससे साफ पता चलता है कि सरकार की असली मंशा क्या है?
तीन तलाक के मसले पर भाजपा सांसद ने कहा कि यूपी में सरकार बनते ही पार्टी सकारात्मक पहल करेगी. तीन तलाक देशभर का मुद्दा है. हमारी सरकार आई तो हम तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे.
योगी आदित्यनाथ के इन बयानों पर समाजवादी पार्टी ने कड़ा पलटवार किया है. सपा के जूहा सिंह ने कहा कि योगी वही बातें बोल रहे हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं. अब बीजेपी के पास विकास तो कोई मुद्दा नहीं है. ऐसे में आदित्यनाथ जैसे नेता इस तरह के बयान दे रहे हैं. चुनाव में जनता इसका कड़ा जवाब देगी.
यूपी में सात चरणों में चुनाव
उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी से 8 मार्च के बीच सात चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक दल और समाजवादी पार्टी के अखिलेश धड़े के बीच गठबंध के बावजूद बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा.
केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद जिस तरह से बीजेपी को दिल्ली और बिहार में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है, वैसे में उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है.
मुख्यमंत्री चेहरे को सामने न लाकर एक बार फिर बीजेपी ने पीएम मोदी के चेहरे पर दांव खेला है. इसका कितना फायदा उसे इन चुनावों में मिलेगा वह 11 मार्च को सामने आ ही जाएगा.
ये होंगे मुद्दे
इस बार उत्तर प्रदेश चुनावों में समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के अलावा प्रदेश की कानून व्यवस्था, सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी और विकास का मुद्दा प्रमुख रहने वाला है. जहां एक ओर बीजेपी और बसपा प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर अखिलेश सरकार को घेर रही हैं, वहीँ विपक्ष नोटबंदी के फैसले को भी चुनावी मुद्दा बना रहा है.
यूपी विधानसभा में कुल 403 सीटें हैं. 2012 के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ने 224 सीट जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी. पिछले चुनावों में बसपा को 80, बीजेपी को 47, कांग्रेस को 28, रालोद को 9 और अन्य को 24 सीटें मिलीं थीं.