नयी दिल्ली । रक्षा मंत्रालय ने वर्ष 2008 में तीन विमानों के सौदे में भ्रष्टाचार के कथित आरोपों को लेकर ब्राजील की विमान बनाने वाली कंपनी एमब्रेयर से 15 दिन के अंदर जवाबा मांगा है।रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने एम्ब्रेयर के साथ 2008 में तीन विमानों को रडार प्रणाली (अवाक्स) से लैस करने के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किये थे ।रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट कर कहा कि मीडिया में आई खबरों के आधार पर डीआरडीओ एमब्रेयर विमान निर्माताओं से हुए सौदे के बारे में स्पष्टीकरण व अन्य विस्तृत विवरण मांगा जाएगा।डीआरडीओ को इस रडार को विकसित करने का अधिकार दिया गया था जिसे ‘देसी अवाक्स’ का नाम दिया गया था ।ट्वीट में कहा गया, “डीआरडीओ मीडिया में आई रिपोर्टों के आधार पर 2008 में किये गये सौदे के बारे में एम्ब्रेयर विमान बनाने वाली कंपनी से जानकारी और सफाई मांगेगा ।’’प्रवक्ता ने कहा है डीआरडीओ को जानकारी मिलने के बाद इस मामले में आगे का कदम उठाया जायेगा । संप्रग सरकार के समय किये गये वीवीआईपी हेलिकॉप्टर सौदे के विवादों में घिरने के बाद यह दूसरा सौदा है जो संदेह के घेरे में आ गया है।ब्राजील की मीडिया में प्रकाशित रिपोर्टों के अनुसार अमेरिका और ब्राजील के अधिकारी इन आरोंपों की जांच कर रहे हैं कि कंपनी ने भारत के साथ यह सौदा करने के लिए एक बिचौलिए की मदद ली थी।रिपोर्टों में कहा गया है कि कंपनी ने इस सौदे के लिए कथित रूप से एक प्रतिनिधि की सेवा ली और उसके साथ हुए अनुबंध की प्रतिलिपि इंग्लैंड में एक अलमारी में सुरक्षित रखी गई है । इसकी एक चाबी ब्राजील की कंपनी और दूसरी इस बिचौलिए के पास है ।
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