लखनऊ। यूपी में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद आन्दोलन के दूसरे दिन भी हड़ताल जारी है। अब तक राज्य सरकार को तकरीबन 18 सौ करोड़ रुपये की राजस्व हानि हुई है। हडताल का असर पूरे प्रदेश में दिखा। कर्मचारियों ने 12 अगस्त को डॉ. राम मनोहर लोहिया चिकित्साल पर बड़ी सभा करने का ऐलान किया है।
दूसरे दिन उद्यान विभाग मुख्यालय पर तालाबंदी रही। यहां मौजूद कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी ने संबोधित किया। तीन दिन की महाहड़ताल को केवल संकेत भर बताया। मांगें न माने जाने पर अनिश्चित कालीन महाहड़ताल की चेतावनी दी।
अनुमान के मुताबिक पिछले दो दिनों में सरकार को होने वाली राजस्व हानि में रजिस्ट्री से 400, वाणिज्यकर से 800, आबकारी से 200, आरटीओ से 300, राजस्व (मंनोरंजन कर, बचत, खनन, रायल्टी, बैंक, स्टाम्प) से 200 करोड़ रुपये की राजस्व हानि हुई है। इतना ही नहीं, हड़ताल के चलते 300 करोड़ का भुगतान नहीं हुआ। 4 करोड़ 26 लाख 328 मस्टररोल फीड नहीं हुआ। इससे तकरीबन 8 करोड़ मनरेगा मजदूरों की मजदूरी का भुगतान नहीं हो पाया। इस दौरान स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में तीन घंटे होने वाले कार्यबहिष्कार ने मरीजों को दिक्कत में डाल दिया। तीमारदार इधर-उधर भटकते रहे। 12 अगस्त को इमरजेंसी छोड़कर सभी सेवाएं पूर्णतः बंद रहने का ऐलान किया गया है।