आशीर्वाद उत्सव के लिए शनिवार को अयोध्या पहुंचे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज (25 नवंबर) भगवान राम के जन्मस्थान जाकर रामलला के दर्शन किए. उनके साथ उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे और बेटे आदित्य ठाकरे भी मौजूद रहे. दर्शन करनेे के बाद उद्धव ठाकरे ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर था, है और रहेगा, लेकिन दिख नहीं रहा है. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द होना चाहिए. राम मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार को अध्यादेश लाना चाहिए.
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब तक बीजेपी राम मंदिर क्यों नहीं बनवा सकी. अगर मामला अदालत के पास ही जाना है तो चुनाव के प्रचार के दरम्यान उसे इस्तेमाल ना करें और बता दो कि भाइयों और बहनों हमें माफ करो ये भी हमारा एक चुनावी जुमला था. हिंदुओं और उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ ना करें, मैं यही कहने यहां आया हूं.
शिवसेना प्रमुख ने कहा ‘मैंने सुना था कि मुख्यमंत्री योगी जी ने कहा कि मंदिर था, है और रहेगा. ये तो हमारी धारणा है, हमारी भावना है. दुख इस बात का है कि वो दिख नहीं रहा. वो मंदिर दिखेगा कब. जल्द से जल्द उसका निर्माण होना चाहिए.’ उन्होंने कहा ‘चुनाव के वक्त राम-राम, बाद में आराम-आराम. इस शीतकालीन सत्र में कानून लाओ राम मंदिर बनाओ. हम साथ देंगे. कानून बनाओ. कुछ भी करो. मंदिर बनाओ. बहुत हुआ, हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ करना बंद करो. बीजेपी ने घोषणा पत्र में लिखा है कि संविधान के दायरे में राम मंदिर के लिए संभावना के प्रयास करेंगे. अगर कानून पर निर्भर हैं तो चुनाव में मंदिर का इस्तेमाल न करें.
उन्होंने कहा ‘बार-बार कहा जाता है कि मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन कब बनाएंगे. हिंदुत्व ना मार खाएगा और ना ही चुप रहेगा.’ उन्होंने कहा कि हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ नहीं होने देंगे. दुख हुआ कि मैंने रामलला के दर्शन किए या जेल के. उन्होंने कहा कि कल मुझे साधु-संतों ने आशीर्वाद दिया. मैंने उनसे कहा कि हम जिस कार्य की शुरुआत करने जा रहे हैं, वह आप लोगों के बिना पूरा नहीं हो सकता. अयोध्या आने के पीछे मेरा कोई छिपा हुआ एजेंडा नहीं है. मैं यहां देश-दुनिया के हिंदुओं की भावनाओं का प्रकट करने आया. सभी राम मंदिर का इंतजार कर रहे हैं.
बता दें कि शनिवार को उद्धव ठाकरे ने अयोध्या मे संतों से मुलाकात की थी. उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास को राम मंदिर के लिए चांदी की ईंट भेंट की थी.
उद्धव ठाकरे अपने परिवार के साथ शनिवार को अयोध्या पहुंचे थे. उन्होंने शाम को सरयू नदी किनारे आरती की. उनके साथ उनकी पत्नी और बेटे मौजूद थे. इससे पहले उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित किया था. उद्धव ठाकरे ने मराठी शब्दों से अपने भाषण की शुरुआत की थी. उन्होंने कहा था कि मैं यहां सिर्फ भगवान राम के दर्शन करने आया हूं. अब मैं यहां बार-बार आऊंगा. इस देश का हर हिंदू चाहता है कि जहां भगवान राम का जन्मस्थल है, वहां मंदिर बनना चाहिए.
आगे उन्होंने कहा था कि याद उसे किया जाता है जिसे हम भूलते हैं. राम लला को हम कभी नहीं भूल सकते. हिंदुत्व हमारे खून में है. हमें आज मंदिर बनने की तारीख चाहिए. उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं अयोध्या राजनीति करने नहीं आया हूं. अब इस मामले में हिंदू चुप नहीं रहेगा. उन्होंने कहा कि जैसे सरकार ने नोटबंदी का फैसला लिया, उसी तरह राम मंदिर बनाने का भी फैसला लिया जाना चाहिए.
शिवसेना प्रमुख ने कहा था, ‘हमें आज मंदिर बनाने की तारीख चाहिए. पहले मंदिर कब बनाओगे वह बताओ, बाकी बातें तो बाद में होती रहेंगी. आज मुझे तारीख चाहिए.’ बता दें शिवसेना ने शनिवार को यहां ‘आशीर्वाद उत्सव’ का आयोजन किया था. विहिप रविवार को धर्मसभा का आयोजन कर रही है.