दिल्ली से सटे हरियाणा के पटौदी स्थित आश्रम हरि मंदिर संस्थाओं के संचालक महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए उन्हें एक मौका और देने की वकालत की है। अयोध्या में राम मंदिर का लेकर उन्होंने जहां इसे बनाने की वकालत की वहां लोगों से अपील की कि वे तसल्ली रखें एवं राम मंदिर नहीं तो मोदी नहीं की बातें न करें। यदि ऐसा किया गया तो यह एक ऐसी बड़ी भूल होगी जिसे सुधारा नहीं जा सकेगा। स्वामी धर्मदेव ने यह बात अपनी एक मासीय कल्पवास व्रत साधना में रात्रि सत्संग को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि अयोध्या का विवाद मंदिर का नहीं, अपितु भगवान राम की जन्मभूमि का है। मंदिर मस्जिद तो कहीं भी बनाए जा सकते हैं, परंतु जन्मभूमि नहीं बदली जा सकती है। उन्होंने कहा कि भगवान राम की जन्मभूमि पर उनके मंदिर को बनाने से रोकने के प्रयास नहीं किए जाने चाहिए। उनकी जन्मभूमि पर मंदिर बनना ही चाहिए। वहीं, उन्होंने इसके लिए कुछ प्रतीक्षा रखने की भी अपील की तथा कहा कि जब मंदिर तोड़े 490 वर्ष हो गए तो कुछ समय और प्रतीक्षा करने में हर्ज नहीं है। उन्होंने कहा कि वहां राम मंदिर भाजपा शासन काल में ही बन सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि वे राष्ट्र मंदिर के निर्माण में लगे हुए हैं। जिस प्रकार भगवान विष्णु की नाभि से निकले कमल से ब्रह्मा की उत्पति हुई थी एवं ब्रह्मा ने संसार की रचना की थी उसी प्रकार कमल पर बैठ कर नरेंद्र मोदी भी राष्ट्र मंदिर की रचना कर रहे हैं। ऐसे में कमल को हिलने न दें। यदि कमल हिला तो देश का चित्र बिगड़ सकता है। इससे पूर्व श्रद्धालुओं ने भजन आदि प्रस्तुत किए। इधर प्रात: स्वामी धर्मदेव ने देव पूजन, रूद्राभिषेक एवं हवन यज्ञ में भाग लिया। इस आयोजन में दूर दूर से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भी अपनी आहूतियां डालीं।