राजस्थान की राजनीति में कहा जाता है कि जो मेवाड़ जीतेगा वही राजस्थान जीतेगा. बीजेपी अध्यक्ष तीन दिनों में दूसरी बार मेवाड़ में हैं. वहीं राहुल गांधी भी 20 सितंबर को मेवाड़ के सागवाड़ा में बड़ी जनसभा करने जा रहे हैं.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर से राजस्थान आ रहे हैं. पिछले तीन दिनों में दूसरी बार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह उदयपुर संभाग में छोटी-छोटी सभाएं कर रहे हैं तो दूसरी तरफ विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राहुल गांधी की उदयपुर संभाग में बड़ी सभा रखी गई है.
दरअसल 20 सितंबर को राहुल गांधी डूंगरपुर के सागवाड़ा आ रहे हैं. राहुल गांधी की रैली को सफल बनाने के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट 3 दिन से वहां डेरा डाले हुए हैं तो कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत भी पहुंच गए हैं. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राहुल गांधी की उदयपुर संभाग यानी मेवाड़ की यात्रा बेहद अहम मानी जा रही है.
गौरतलब है कि मेवाड़ क्षेत्र को विधानसभा चुनाव में जीत की कुंजी कहा जाता है. माना जाता है कि जो दल मेवाड़ में जीत हासिल करता है, राजस्थान की सत्ता उसी पार्टी के पास होती है. मेवाड़ के छह जिलों-उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा की कुल 28 सीटें हैं जिनमें वर्तमान में बीजेपी के पास 25 और कांग्रेस के पास दो सीट है. हालांकि मेवाड़ क्षेत्र को एक समय में कांग्रेस का गढ़ माना जाता था. लेकिन पिछले कुछ चुनाव में कांग्रेस इस क्षेत्र में हाशिए पर आ चुकी है. ऐसे में राहुल गांधी की मेवाड़ की यात्रा कांग्रेस को फिर से जिंदा करने की कवायद भी है.
मेवाड़ क्षेत्र आदिवासी इलाका है और मूल रूप से आदिवासी कांग्रेस का वोट बैंक रहे हैं. राहुल गांधी की मेवाड़ में सभा के पीछे एक मकसद यह भी है कि मूल वोट बैंक को एक बार फिर से कांग्रेस की तरफ ले कर आना है. राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपनी गौरव यात्रा की शुरुआत उदयपुर संभाग से ही की थी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पिछले 3 दिनों में दूसरी बार उदयपुर में है.
Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal