कानपुर। नौकरी का फार्म भरने शहर आए युवकों को ठग गिरोह ने अपने झांसे में फंसा लिया। टेस्ट व इंटरव्यू के बिना रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर चार युवकों से धीरे-धीरे 26 लाख रुपए ठग लिए गए। युवकों को ठगे जाने का पता तब चला जब वह ज्वाइनिंग लेटर लेकर रेलवे रफ्तर पहुंचे।महाराजपुर थाना क्षेत्र के हाथीपुर गांव निवासी पिछले वर्ष नवंबर माह में नौकरी का फार्म भरने कानपुर शहर आया था। तभी फार्म बिक्रेता के यहां भूपेन्द्र नाम के शख्स से मुलाकात हुई। उसने हितेन्द्र को बिना टेस्ट और इंटरव्यू के रेलवे में टीसी पद पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इसके लिए कुछ रुपए लगने की बात कही तो हितेन्द्र ने परिवार से पूछने की बात कहकर टाल दिया लेकिन बेरोजगारी के चलते उसने अपने बेरोजगार मित्र आकाश, सतीश और सोनू को यह बात बताई। सभी इस बात पर राजी हो गए और अपने-अपने परिजनों को भी मना लिया। इसके बाद हितेन्द्र ने भूपेन्द्र से फोन पर बात की और बड़ा चौराहा के पास एक दुकान पर सभी मित्रों को लेकर पहुंचा। यहां पर भूपेन्द्र, शानू और रेहान से उनका परिचय कराया और कहा कि यह रेलवे में अधिकारी है और आप लोगों को प्रति व्यक्ति सात लाख रूपए लगेगें। कुछ रूपया अभी और बाकी बचा हुआ ज्वाइनिंग के बाद। बातचीत के बाद रेहान ने एक बैंक अकाउंट नंबर दिया और कहा गया कि पहले चरण में छह लाख 12 हजार रूपया लगेगा।हितेन्द्र ने बताया कि सभी मित्रों ने पूरे कागजात जमा करने के बाद दिसंबर माह में दिए गए एकाउंट में पहले चरण का रूपया जमा कर दिया। बताया गया कि फरवरी में परीक्षा हो गई और मार्च में रिजल्ट आ गया है। अप्रैल में मेडिकल के लिए गोरखपुर बुलाया गया। इसके बाद एलआईयू वेरिफिकेशन हुआ। इन सभी प्रक्रियाओं में चरणबद्ध तरीके से ठग एकाउंट में रूपया डलवाते रहे। ठग इस कदर शातिर थे कि मेडिकल से लेकर एलआईयू जांच वैसे ही कराई जैसे सरकारी नौकरी में होती है।
इस तरह हुआ ठगी का एहसास-
हितेन्द्र ने बताया कि एक दिन सोनू नाम के एक व्यक्ति का फोन आया कि ज्वाइनिंग लेटर पहुंचने वाले हैं। सभी डाक्युमेंट्स सीधे अधिकारी के पास जाने हैं। दो-दो लाख रूपए का इंतजाम रखो। नई मांग पर ऐतराज के बाद बात एक-एक लाख पर तय हुई। इसके कुछ दिनों बाद ज्वाइनिंग लेटर मिल गए। साथ ही धनबाद के भूली से किसी रमाकांत नाम के व्यक्ति का फोन आया कि वे लोग ज्वाइन कर सकते हैं लेकिन धनबाद के रेलवे अधिकारी ने इनकी ज्वाइनिंग की कोई सूचना न होने की बात कही। इसके बाद से ही भूपेंद्र का फोन स्विच ऑफ बता रहा है। तभी युवकों को अपनी ठगी का एहसास हुआ और सभी ने शहर आकर एसएसपी शलभ माथुर से पूरा वाक्या बताया और कहा कि हम लोगों से 26 लाख रूपए ठग लिए गए हैं। एसएसपी ने जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।